एटा में विकास का चरमोत्कर्ष देखना है
तो इसकी एक बानगी एटा के मुख्य मार्ग ठंडी सड़क की हालत देखकर लगा सकते हैं-
एटा के मुर्दो यूँ ही गिरते, पड़ते रहो
पर तुम्हें कसम है ,एटा की इस बदहाली पर अगर अपना मुंह खोला तो।
नगरपालिका एटा के भ्रष्टाचार और
उस भ्रष्टाचार में हमारे जनप्रतिनिधि और प्रशासन की सहभागिता ने हमारे एटा को पिछड़ेपन के अंतहीन
दलदल में धकेल दिया है।
अब इस दलदल से निकलने का एकमात्र रास्ता है
आपको और हमें सब कुछ सहने की आदत को पीछे छोड़,अपने मुंह पर जड़ी चुप्पी को तोड़ना होगा।