
मानवता के लिए देहदान किया गया।
गाजियाबाद
आज 3 मई 2023(मंगलवार) को दधीची देहदान समिति, इन्दिरापुरम मंडल द्वारा वैशाली सैक्टर 2,निवासी भूपेंद्र दत्त जोशी का देहदान करवाया गया।
श्री भूपेंद्र दत्त जोशी जी ने बहुत पहले अपनी मृत्यु के पश्चात अपने अंगो और शरीर का दान करने का संकल्प किया था । दधीची देहदान समिति गाजियाबाद के एक कार्यक्रम मे आपको इस संकल्प के लिए और मानवता की भलाई के लिए किये जाने वाले कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया था।
आज प्रातःकाल आप अपने ड्यूटी पर (विवेकानंद पब्लिक स्कूल ,इन्दिरापुरम,गाजियाबाद) जाते समय आपका हृदयाघात के कारण देहावसान हो गया । उनके परिवार मे उनकी पुत्री श्रीमती खुशी शर्मा जो उनके स्थान के फ्लैट, कामना मे ही रहती है तथा स्कूल के स्टाफ की सहायता से उनको शान्ति गोपाल अस्पताल इन्दिरापुरम ले गये परन्तु तब तक बहुत देर हो चुकी थी उनके प्राण नही बचाये जा सके । उनके परिवार ने उनकी अन्तिम इच्छा का सम्मान करते हुये दधीची देहदान समिति को सम्पर्क किया जिन्होने ESI अस्पताल अलवर मेडिकल चिकित्सीय शोध एवम अध्ययन हेतु देहदान की व्यवस्था करी।
चूंकि उनका देहान्त एक दुर्घटनावश हुआ था इसलिए कुछ पुलिस की प्रारम्भिक कार्यवाही की आवश्यकता थी जिसके पश्चात शान्ति गोपाल अस्पताल ने उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया और अलवर ESI अस्पताल से आयी एम्बुलेंस मे पूरे सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को बिदा किया गया।
इस अवसर पर उनके बेटी श्रीमती खुशी शर्मा जी,उनके पति बी डी शर्मा जी उनके श्री विनय जोशी भाई और उनकी पत्नी श्रीमती मधु जी तथा उनके भाई श्री शिव शर्मा जी ने इस अवसर पर उनको भावभीनी श्रद्धासुमन अर्पित किये ।
दधीची देहदान समिति इन्दिरापुरम संकल्प शाखा के संयोजक श्री राजेन्द्र अरोरा,श्री सत्य प्रकाश जी,श्रीमती जया श्रीवास्तव तथा दधिची देहदान समिति तथा भारत विकास परिषद पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रान्त से श्री राकेश अग्रवाल एवम श्री अनिल भारद्वाज जी इस सारे देहदान के कार्य को बहुत सुन्दर समन्वय करते परिवार पुलिस,तथा मेडिकल एसोसिएशन सभी के सहयोग से यह देहदान सम्पन्न करवाया। दधीची देहदान समिति गाजियाबाद के संयोजक श्री अविनाश जी सारे कार्य का समन्वय बहुत अच्छे ढंग से निभाया आप सभी का बहुत बहुत आभार एवम धन्यवाद।
भारत विकास परिषद पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रान्त की ओर से पिछले वर्ष भी औरेन्ज काऊण्टी और वसुन्धरा से दो देहदान GIMS और फिरोजाबाद मेडिकल कालेज को किया गया था