साइबर अपराधियों से बच सकते हैं इस तरह, रिपोर्ट योगेश मुदगल

एटा, । बीते कुछ दिनों में व्हाट्स एप नंबर पर डीपी लगाकर साइबर अपराधी परिचितों से रूपये मांगते हैं। इस तरह की काफी घटनाएं बढ़ी है। यूजर्स के कमजोर पासवर्ड का फायदा उठाकर साइबर अपराधी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
बीते दस दिनों की बात की जाएं तो इस तरह की 20 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें कमजोर पासवर्ड का फायदा उठाकर साइबर अपराधी ने पीड़ित के परिचितों के मोबाइल नंबर आसानी से पा लेते है। उन्हें मैसेज भेजकर रूपये भेजते है। इस तरह की मामलों से बचने के लिए जीमेल, फेसबुक पर ऐसा पासवर्ड डाले जो आसानी से साइबर अपराधी पता न कर सके।
इस तरह से मिल जाते है परिचितों के नंबर साइबर सैल में तैनात मुख्य आरक्षी, एक्सपर्ट अजयपाल सिंह बताते हैं कि ज्यातादर मोबाइल यूजर्स गूगल पर नंबर सेव करते हैं, जो जीमेल से जुड़ा होता है। यूजर्स कमजोर पासवर्ड जैसे मोबाइल नंबर या फिर एक, दो, तीन, चार…. बनाते है जो आसानी से खुल जाते है। नंबर प्राप्त करने के बाद डीपी लगाकर परिचितों से रूपये मांगता है।
व्हाट्स एप पर डीपी लगाकर परिचितों से रूपये मांगने की घटनाएं बढ़ी है। साइबर सेल, संबंधित थाना पुलिस मामले में लगातार कार्रवाई कर रही है साथ ही यूजर्स को जागरूक भी कर रही है।
अभिषेक कुमार, साइबर सैल प्रभारी एटा।
इस तरह से करें बचाव, हैक की तो आएगा नोटिफिकेशन
एटा। साइबर सैल प्रभारी अभिषेक कुमार बताते है कि व्हाट्स एप पर टू स्टेप वेरीफिकेशन का इस्तेमाल करें। सेटिंग्स में जाकर पिन डाल सकते है। ऐसे ही जीमेल, फेसबुक पर मजबूत पासवर्ड डाले तथा टू स्टेप वेरिफिकेशन को फॉलो करें। पिन या फिर अल्ट ईमेल का इस्तेमाल करें। इसका प्रयोग करने के बाद जब भी साइबर अपराधी हैक करने का प्रयास करेंगा। नोटिफिकेशन आ जाएंगा जिससे यूजर्स को पता चल जाएंगा।
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