
भारतीय शिक्षा परिषद के तत्वावधान में बैठक आयोजित।
कासगंज,पतंजलि योग पीठ के अन्तर्गत केन्द्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय शिक्षा व्यवस्था अभियान भारत बोध एवं सनातन बोध के साथ विषय पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करते एक बैठक सूरज प्रसाद डागा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में परिषद के प्रभारी स्वामी रामदेव के सानिध्य में एवं परिषद के अध्यक्ष एन पी सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में जनपद के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और क्षेत्रीय बुद्धि जीवियों से परिषद के पाठ्यक्रम निर्धारण के संबंध में विचार विमर्श किया और उनके सुझाव जाने ।
एन पी सिंह ने स्पष्ट किया कि भारतीय शिक्षा परिषद् का प्रारूप एवं पाठ्यक्रम का स्वरूप भारतीयता के अनुरूप होगा। जिसमें वैदिक ज्ञान , दर्शन , पूर्वजों की, ऋषियों की अवधारणा , उपलब्धि , प्राचीन एवं अर्वाचीन का समन्वय और संस्कार एवं देश की और मानवता की जरूरत के अनुरूप आने वाली पीढ़ियों का का संवर्द्धन मुख्य उद्देश्य होगा, क्यों कि संस्कृत सभी भाषाओं की एवं समृद्ध ज्ञान की जननी है अतः संस्कार वान विद्यार्थियों के रूप में नागरिक देने के उद्देश्य से पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक संस्कृत को अनिवार्य बनाया जायेगा। साथ ही आने वाली पीढ़ियों को प्रतियोगितात्मक तैयार को ध्यान में रखते हुए पूरा स्लेबस तैयार किया जायेगा। भारतीय ज्ञान को झुठलाकर पश्चिम को थोपे जाना भारतीय शिक्षा की जरूरतों को बाधित करता है अतः अविभावकों को भी अपने बच्चों के चारित्रिक एवं बौद्धिक विकास के लिए विद्यालयों द्वारा नये पाठ्यक्रम को लागू करने की मांग और जोर दिये जाने की जरूरत है। इस अवसर पर क ई विद्यालयों के संचालकों , प्रबंधकों , प्रधानाचार्यों , शिक्षकों , बुद्धि जीवियों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए ।
पतंजलि योग पीठ द्वारा आज सायं भजन संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें भजन गायिका मैथिली ठाकुर एवं अन्य कलाकारों ने श्रृद्धालुओं को झूमने पर मजबूर किया।