
बिहार के अलवर सदर थाना क्षेत्र के मल्हीपट्टी गांव के समीप सोन नदी में डूब जाने से चार भाई-बहनों की मौत हो गई। घटना रविवार अपराह्न करीब दो बजे की है।
मृतकों में मल्हीपट्टी गांव निवासी गौहर अली की नौ वर्षीया बच्ची आशिमा परवीण, सात वर्षीय बेटा असगर अली, 12 वर्षीय भांजा जैड आलम और 10 वर्षीय भांजी साइना परवीण शामिल हैं। बताया गया है कि परिजनों को जानकारी दिए बिना चारों ममेरे-फूफेरे भाई बहन सोन नदी में स्नान करने पहुंच गए। स्नान के दौरान ही जेसीबी से बालू की उड़ाही के दौरान नदी में बने गड्ढे में एक-एक कर चारों बच्चे चले गए। संकीर्ण गड्ढे में पानी काफी अधिक रहने के कारण वे डूबने लगे। बच्चों को डूबता देख नदी किनारे खेल रहे गांव के अन्य लड़कों ने शोर मचाया।
बच्चों द्वारा शोर मचाए जाने पर ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े। काफी कोशिश के बाद चारों बच्चों को जेसीबी से बने गड्ढे से निकाला गया। तीन बच्चों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। बाद में एक और बच्चे ने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही सदर थानाध्यक्ष रंजीत वत्स व अन्य अधिकारी मल्हीपट्टी पहुंचे। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया। पोस्टमार्टम के बाद बच्चों के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
इस घटना ने मल्हीपट्टी गांव को हिला कर रख दिया। बड़ी संख्या में लोग गौहर अली के घर पर जमा हो गए तथा एक साथ चार बच्चों के निधन पर संवेदना व्यक्त कर रहे थे। बताया गया है कि गौहर अली अरवल स्थित कपड़े की एक दुकान पर अपनी सिलाई मशीन लेकर कपड़ा सीलने का काम करते हैं। घटना के बाद वे भागे-भागे अपने घर पहुंचे। इधर प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपये का चेक उपलब्ध कराया है। जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी तथा एसपी राजीव रंजन ने इस घटना पर गहरी संवेदना जतायी और कहा कि मृत बच्चों के परिजनों को हर संभव मदद उपलब्ध कराया जाएगा।