कौशल विश्वकर्मा ने लगाया आरोप कहा जबरदस्ती थाने में ले जाकर गलत कार्य करने और एक लाख रिश्वत देने में असमर्थता जताने पर फर्जी मुकदमा लिखकर चोरी के आरोप में भेजा जेल।

मिर्जापुर–जनपद मिर्जापुर के कौशल विश्वकर्मा पुत्र स्वर्गीय ओमप्रकाश विश्वकर्मा ने थाना जमालपुर के द्वारा फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने का लगाया आरोप।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार से न्याय की लगाई गुहार।
23 दिसंबर को मिर्जापुर जनपद में अपने पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जब जमालपुर क्षेत्र में भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार जी पहुंचे तो कौशल विश्वकर्मा उनके सामने जाकर अपनी व्यथा बताई उन्होंने रोते-रोते बताया कि थाना जमालपुर की पुलिस ने उनके साथ काफी अन्याय किया है उन्हें मोटरसाइकिल की चोरी में फर्जी फंसाने का काम किया है जबकि मैं अपने दुकान पर था सीसी कैमरे में सारे प्रमाण रिकॉर्ड हैं इसके बावजूद भी उन्होंने मुझे अन्य जगह पर भागते हुए दौड़ाकर गिरफ्तार करने की बात कही।
कौशल विश्वकर्मा ने संस्थापक एके बिंदुसार के समक्ष बताया कि थाने में छोड़ने के नाम पर हमसे एक लाख का डिमांड किया गया जब हमने पैसा नहीं दिया तो मुझे जेल भेज दिया गया।
पूरे प्रकरण की जानकारी होने के बाद भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने कहा कि राज्य सरकार को पत्र लिखकर आप को न्याय दिलाया जाएगा उन्होंने कहा कि निष्पक्षता की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कराने के साथ-साथ दोनों पक्षों का नारको टेस्ट कराने की मांग उत्तर प्रदेश सरकार से की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सारे प्रमाणों को उत्तर प्रदेश शासन के समक्ष माननीय मुख्यमंत्री महोदय एवं उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक के समक्ष रखा जाएगा।
दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी।