यदुकुल पुनर्जागरण मिशन का विशाल सम्मेलन एटा में सम्पन्न
यदुकुल पुनर्जागरण मिशन को बनाना चाहिए संपूर्ण पिछड़े वर्ग का साझा मंच- शिवपाल
अहीर रेजिमेंट की मांग सबसे पहले लोकसभा में मैंने ही उठाया- डी पी यादव
12 सूत्रीय मांगों के लिए लड़ना पुनर्जागरण मिशन का उद्देश्य – विश्वात्मा
एटा में संपन्न यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के पहले सम्मेलन मैं उमड़ी भारी भीड़

एटा। यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के अंतर्गत जिला पंचायत प्रांगण में एक विशाल सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें जातीय जनगणना, अहीर रेजिमेंट, और किसानों की बदहाली के मुद्दे जोर-शोर से उठाए गए।
पुनर्जागरण सम्मेलन में पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद डीपी यादव ने कहा कि यह मिशन बहुत बड़ा है। उनका कहना था कि यदुकुल सभी उन जातियों का विचार है जो कि यदुकुल समाज से हैं और इनकी तादाद 50% से अधिक है। उन्होंने कहा कि यदुकुल का अर्थ केवल यादव समाज से नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने यदुकुल मिशन को बड़ी सामाजिक ताकत बनाने का लोगों से आह्वान किया। डीपी यादव का कहना था कि अहीर रेजिमेंट की मांग सबसे पहले उन्होंने ही लोकसभा में उठाई थी लेकिन तब की सरकार ने इस पर कोई गौर नहीं किया। यहां तक कि सत्ता में रहे यादव समाज के नेताओं ने भी इस विषय को तवज्जो नहीं दिया।
यदुकुल पुनर्जागरण सम्मेलन में आए पूर्व कैबिनेट मंत्री और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने भी लोगों से एकजुट होकर ताकत दिखाने का आह्वान किया। उनका कहना था कि यादव समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। पिछले विधानसभा चुनावों में यदि 100 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने सही उम्मीदवार खड़े किए होते तो सरकार बन जाती। शिवपाल यादव का कहना था कि जितने भी पिछड़े वर्ग के लोग हैं, सब को यदुकुल पुनर्जागरण अभियान से जोड़ना चाहिए। उन्होंने अहीर रेजिमेंट की मांग को जोर-शोर से उठानी चाहिए। उन्होंने जातिगत जनगणना की मांग को जरूरी बताया। शिवपाल यादव का कहना था कि उत्तर प्रदेश में अधिकारियों का भ्रष्टाचार इस समय चरम पर है । मंत्री व विधायक की सिफारिश के बाद रिश्वत का रेट और बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया कि भ्रष्ट बेईमान नौकरशाहों के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाए।
यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के संस्थापक और नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने भी अपने संबोधन में जातिगत जनगणना, अहीर रेजिमेंट, कारपोरेट टैक्स लगाकर ₹8000 प्रति व्यक्ति हर महीना वोटरशिप अधिकार दिलाना, न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून, अग्निवीर योजना का रद्दीकरण, दो सबसे बड़ी कंपनियों का राष्ट्रीयकरण, अखंड भारत का निर्माण, ईवीएम मशीन हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव करवाना, कन्या विवाह धन योजना वापस लागू करवाना, जैसे 12 सूत्रीय मांग पत्र को हाथ उठाकर सभी श्रोताओं से मंजूरी लिया। यह सभी प्रस्ताव उन्होंने मंच पर मौजूद एटा के पूर्व विधायक और भाजपा नेता शिसु पाल यादव को सौंपा और निवेदन किया कि उनकी मांग पत्र को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री तक पहुंचा दें। पार्टी इंटरनेशनल के संस्थापक और नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा का कहना था कि किसानों ने डेयरी का कर्ज ले रखा है और उनके मवेशियों का सारा दूध किसानों का कर्ज चुकाने में चला जाता है। उनका कहना था कि देश में प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री सभी जनता को गरीब बना कर रखना चाहते हैं। आज सूखे के कारण किसान रो रहा है उन्होंने मांग की कि सभी किसानों के खाते में 5000 रुपए बीघा के हिसाब से पैसे भेजे जाए।
कार्यक्रम को मुरादाबाद से आए पूर्व विधायक विजय कुमार सिंह, सीतापुर से पूर्व आए विधायक रामपाल सिंह , सदर के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह यादव, पटियाली के पूर्व विधायक एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजय यादव, गोरखपुर के पूर्व विधायक मंत्री जय प्रकाश यादव , पूर्व ब्लाक प्रमुख अलीगंज रामकिशोर यादव, एटा पूर्व चेयरमैन एवं वर्तमान चेयरमैन के प्रतिनिधि राकेश गांधी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष शराफत हुसैन काले, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के जिलाधक्ष मदन यादव, सहित यदुकुल पुनर्जागरण अभियान के कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता रिटायर्ड बीएसए रामगोपाल यादव ने की। कार्यक्रम का संचालन जिला अध्यक्ष डॉ राजेश यादव और अधिवक्ता डॉ रामनिवास यादव ने किया। सम्मेलन के दौरान जनेश्वर मिश्रा परिसर का मैदान पूरी तरह खचाखच भरा था। कार्यक्रम 11 बजे से शुरू होकर 4:30 बजे तक चला और लोग अंत तक डटे रहे।