“12 वीं किस्त आने तक पूर्ण किया जाना है भूलेखांकन कार्य, सत्यापन में जुटे कर्मचारी
*7584 मृतकों नेे ली किसान सम्मान निधि, रिपोर्ट योगेश मुदगल

एटा। शनिवार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना प्रभारी सुमित यादव ने बताया कि तहसीलों के माध्यम से जनपद के सभी किसानों की जमीन का भूलेखांकन कार्य 25 सितंबर तक किया जाना है। क्योकि 25 सिंतबर को ही सभी पात्र किसानों के खातों में केंद्र सरकार के माध्यम से 12 वीं किस्त डाली जाएगी। लेकिन अलीगंज तहसील में 52.8 फीसदी, सदर तहसील में 67.51 फीसदी एवं जलेसर तहसील में 76 फीसदी किसानों की जमीन का भूलेखांकन कार्य हो सका है। जबकि यह कार्य किस्त आने से पहले ही पूरा किया जाना है।
एटा, संवाद। पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे किसानों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए जमीनों का भूलेखांकन के माध्यम से सत्यापन कार्य तहसील एवं कृषि विभाग कर रहा है। अब तक 63 फीसदी तक कार्य पूरा हो चुकी है, जिसमें 10 864 ऐसे किसान पाए हैं जो भूमिहीन हैं। 7584 किसान अब सत्यापन में मृत मिले हैं।
कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जनपद में कुल किसानों की संख्या 03 लाख 30 हजार 376 है। इन सभी किसानों में से कुल 03 लाख 04 हजार 38 किसानों की जमीन का भूलेखांकन डाटा तहसीलों के माध्यम से कृषि विभाग के पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। राजस्व विभाग के माध्यम से अब तक कुल 01 लाख 93 हजार 975 किसानों का भूलेखांकन सत्यापन कार्य किया जा चुका है। यानी कृषि विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अब तक जनपद के 63.80 फीसदी किसानों की जमीन का भूलेखांकन कार्य किया जा चुका है। सत्यापन कार्य में ही 10 हजार 864 ऐसे किसान पाए गए है, जिनके पास बिल्कुल भी जमीन नहीं है। सत्यापन कार्य में अब तक 07 हजार 584 किसान मृतक पाए गए है।
शनिवार को पीएम किसान सम्मान निधि प्रभारी सुमित यादव ने बताया कि तहसील अलीगंज क्षेत्र के कुल 01 लाख 1555 किसान में से 52 हजार 888 किसानों का भूलेखांकन सत्यापन कार्य किया जा चुका है। इसमें से 1357 किसान भूमिहीन और 1894 किसान मृतक पाए गए है। इसी प्रकार तहसील क्षेत्र सदर में 01 लाख 50724 किसान है। इनमें से 01 लाख 1749 किसानों की जमीन का सत्यापन कार्य हो चुका है। इसमें 8428 किसान भूमिहीन और 4993 किसान मृतक निकलकर सामने आए है। जलेसर तहसील क्षेत्र में 51 हजार 759 किसान है, इसमें से 39 हजार 338 किसानों की जमीन का सत्यापन हो चुका है। इसमें से 1079 किसान भूमिहीन और 697 किसान मृतक पाए गए है। उन्होनें बताया कि भूलेखांकन सत्यापन कार्य अभी पूरा नहीं हो सका है। उससे पहले ही जनपद की तीनों तहसील क्षेत्र में कुल 10 हजार 864 किसान भूमिहीन पाए गए हैं। भूमिहन पाए गए सभी किसानों की पंजीकरण निरस्त कर दिए गए है। उनको आगामी किस्त भी नहीं मिलेगी।