उत्तर भारत मे कई दिनों के बाद मॉनसून एक्टिव मोड में आने वाला है। लेकिन यह सक्रियता सिर्फ सीमित इलाको में दिखेगी। यही सक्रियता भारी बारिश के बाद बाढ़ के रूप में भी नज़र आने वाली है।

क्योकि मध्यप्रदेश पर मौजूद WMLA कल से 18 सितंबर के बीच उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड व नेपाल को प्रभावित करेगा। जिसके कारण कल से 18 सितंबर के बीच उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, अवध औऱ पश्चिमी नेपाल के इलाकों में अधिकतर जगहों पर भारी बारिश होगी।
16, 17 को पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में कई जगहों पर भारी से अति भारी बारिश होगी।
उत्तराखंड में बहुत सी जगहों पर बादल फटने, भूस्खलन व बाढ़ की गतिविधियां होगी। बादल फटने व भारी बारिश के कारण राज्य की यमुना, गंगा, मंदाकिनी, भागीरथी, रामगंगा, शारदा आदि नदियाँ प्रचड़ रूप से बहेगी।
इसलिए 19 सितंबर तक उत्तराखंड व साथ लगते दक्षिण हिमाचल प्रदेश की यात्राएं टाल दीजिए। औऱ अगर आपका कोई सगा-सम्बंधी उत्तराखंड में रहता है तो उसे जरूर सचेत करें।
पहले जहां पंजाब, हरियाणा के उत्तरी इलाको की तरफ इस सिस्टम के आने की संभावना थी अब वो उम्मीद नहीं रही। क्योकि सिस्टम का ट्रैक बदल चुका है। जिसके कारण अब पंजाब, हरियाणा में इस सिस्टम का असर अब नाममात्र ही देखने को मिलेगा।
सिस्टम के पुर्व में मुडने का कारण:
पाकिस्तान पर मौजुद कमजोर WD अपने साथ तेज़ पश्चिमी जेट्स लाया है। जिसके कारण बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाए व LPA को हरियाणा की बजाय उत्तराखंड की तरफ मुड़ना पड़ रहा है।
इसी के साथ-2 गुजरात के तटीय इलाकों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी WD की हवाओँ की जद आ गया है। जिसके कारण उसका ट्रैक भी उत्तर-पुर्वी दिशा में हो गया है।
अब मध्यप्रदेश पर मौजूद WMLA औऱ अरब सागर व तटीय गुजरात पर मौजूद CC उत्तर व उत्तरपूर्व दिशा में आगे बढ़ेगे।
मौसम प्रणाली:
● मध्यप्रदेश के उत्तरी इलाकों पर खाड़ी से आया WMLA बना हुआ है। जो अगले अगले 24 घण्टो में उत्तर दिशा में बढ़ता हुआ मध्यि उत्तरप्रदेश के इलाको में दाखिल होगा।
● मॉनसूनी रेखा जैसलमेर, कोटा, WMLP के मध्य से होते हुए सतना, चुर्क, रांची, दीघा होते हुए उत्तर-पुर्वी बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
● एक ताज़ा WD उत्तर पाकिस्तान पर बना हुआ है।
● एक निचले स्तर का चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र गुजरात के तटीय इलाकों पर बना हुआ है। जो अगले 24 घण्टो में कमजोर होते हुए पुर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा औऱ मालवा के इलाको पर आ जाएगा।
कल का मॉसम पूर्वानुमान:
कल जम्मू कश्मीर व लद्दाख में मॉसम लगभग साफ रहेगा। WD के प्रभाव से दोपहर बाद बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात की गतिविधियां देखी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश के उत्तरी जिलो में हल्की बारिश की संभावना है। वही उत्तराखंड से लगते दक्षिण जिलो के इलाकों में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी सम्भव है।
उत्तराखंड:
राज्य के सभी जिलो में कल से कई जगह हल्की से मध्यम बरसात की गतिविधियां जोर पकड़ने लगेगी। कुछ जगह भारी बारिश भी सम्भव है।
कल नैनीताल, उधमसिंह नगर, चंपावत जिले में कुछ जगह अति भारी बारिश भी देखने को मिल सकती है।
पंजाब:
कल पठानकोट, गुरुदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, जालंधर, पुर्वी लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, रूपनगर, मोहाली औऱ चंडीगढ़ के बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात की गतिविधियां देखी जाएगी। एक-दो जगह तेज़ बरसात भी हो सकती है।
अमृतसर, कपूरथला, पश्चिमी लुधियाना, संगरुर, मलेरकोटला जिले में मॉसम आंशिक बादलवाही वाला रहेगा। दोपहर बाद कही- 2 हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना है।
शेष पश्चिमी पंजाब में मॉसम लगभग साफ व आंषिक बादलवाही वाला रहेगा। बारिश की उम्मीद इन इलाकों में नही है।
हरियाणा:
कल राज्य के पंचकूला, यमुनानगर, अम्बाला, करनाल, कुरूक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुड़गांव, दिल्ली , फरीदाबाद, पलवल, मेवात औऱ रेवाड़ी में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात की गतिविधियां देखी जाएगी। यमुना नदी के आसपास वाले इलाको में भारी बारिश भी संभव है।
कैथल, जींद, पुर्वी भिवानी, पुर्वी हिसार, महेंद्रगढ़, दादरी में मॉसम आंशिक बादलवाही वाला रहेगा। दोपहर बाद बिखरी हल्की बारिश होने की संभावना है। कुछ-एक जगह तेज़ बरसात का छोटा दौर भी आ सकता है।
सिरसा, फतेहाबाद, पश्चिमी हिसार औऱ पश्चिमी भिवानी में भी मॉसम आंशिक बादलवाही वाला रहेगा। लेकिन इन इलाको में बारिश की खास उम्मीद नहीं है। सिर्फ कही-2 ही हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
राजस्थान:
राज्य के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, पश्चिमी चूरू, पश्चिमी नागोर, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर में मॉसम लगभग साफ रहेगा। दोपहर के समय आंषिक बादलवाही देखी जा सकती है। मगर बरसात की कोई खास उम्मीद नहीं है।
पुर्वी चूरू, झुंझुनूं, पुर्वी नागोर, पाली,जालौर में मॉसम लगभग साफ व आंशिक बादलवाही वाला रहेगा। दोपहर बाद कही-2 हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना है।
सीकर, जयपुर, अजमेर, राजसमंद, सिरोही में मॉसम आंशिक बादलवाही वाला रहेगा। दोपहर बाद बिखरी हुई हल्की बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी। कुछ-एक जगह तेज़ बरसात भी हो सकती है।
अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, करोली, टोंक, सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा जिले में कई जगह हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी संभव है।
उत्तरप्रदेश:
राज्य के गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या, देवीपाटन, आजमगढ़, लखनऊ, कानपुर, झांसी औऱ चित्रकूट संभाग के जिलो में लगभग सभी जगह मध्यम से भारी बारिश होगी। कुछ जगह अति भारी भी सम्भव है।
गोरखपुर, देवीपाटन संभाग में कुछ जगह भारी से अति भारी बारिश भी होने की प्रबल संभावना है।
मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, बरेली, अलीगढ़, मेरठ व सहारनपुर संभाग के जनपदों में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी संभव है। एक-दो जगह अति भारी बारिश भी देखने को मिल सकती है।
मध्यप्रदेश:
राज्य के चंबल, ग्वालियर, सागर संभाग के जिलो में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी दर्ज की जाएगी। एक-दो जगह अति भारी भी सम्भव है।
रीवा, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, इंदौर औऱ निमाड़ संभाग के जिलो में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी संभव है।
जबलपुर व नर्मदापुरम संभाग के जिलो में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ-एक जगह भारी बारिश की भी संभावना है।
गुजरात:
राज्य के सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात व मध्य गुजरात क्षेत्र में अधिकतर जगहों पर हल्की से मध्यम बरसात होगी। कई जगह भारी बारिश भी संभव है। तटीय इलाकों में अति भारी बारिश भी संभव है।
उत्तर गुजरात व कच्छ जिले में बिखरे तौर पर हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी संभव है।
मौसम_अपडेट: खाड़ी से आए LPA के कारण उत्तराखंड औऱ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मॉनसून दिखाएगा रौद्र रूप, जल्द से जल्द पहाड़ी इलाकों की यात्राएं टाले:
हालांकि राजस्थान व सिंध से लगते कच्छ के इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है।
सक्रिय सिस्टम के आने के कारण अब 18 सितंबर तक रोज मौसम पूर्वानुमान दिया जाएगा।
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