*रक्षाबंधन से पूर्व चालक-परिचालकों के कार्य बहिष्कार की धमकी से छूटे रोडवेज अधिकारियों के पसीने, रिपोर्ट योगेश मुदगल

रोडवेज के लिए रक्षाबंधन पर यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है, ऐसे में एटा में चालक-परिचालकों की कार्य बहिष्कार की धमकी से रोडवेज अधिकारियों के होश उड़ गए। दरअसल मरम्मत के लिए वर्कशॉप लाई गई बस के चालक से इलेक्ट्रीकल इंचार्ज ने अभद्रता कर दी। इस पर सभी चालक-परिचालक लामबंद हो गए। वर्कशॉप में दो घंटे तक हंगामेदार स्थिति रही। इस बीच बसें नहीं निकाली गईं। साथ ही कार्य बहिष्कार की धमकी दी। सूचना पर पहुंचे वर्कशॉप इंचार्ज चालक-परिचालकों को समझाकर मामला शांत कराया।
बताया गया है कि डिपो की बस संख्या यूपी 81-बीटी 7229 की हेडलाइट का एक बल्ब खराब था। चालक देवेंद्र सिंह बस को लेकर वर्कशॉप पहुंचे और इलेक्ट्रीकल इंचार्ज से बल्ब डालने का कहा। आरोप है कि इलेक्ट्रीकल इंचार्ज राजेश ने गालीगलौज करना शुरू कर दिया। चालक ने एआरम को दिए प्रार्थनापत्र में बताया कि इलेक्ट्रीकल इंचार्ज द्वारा यहां तक कहा गया कि बल्ब नहीं पड़ेगा, रोड पर जाकर मर जा।
चालक से हुई अभद्रता
चालक के साथ अभद्र भाषा के प्रयोग को लेकर वर्कशॉप में डिपो के चालक-परिचालकों ने बसों को वहां से निकालने से इनकार कर दिया। उनका कहना था आए दिन ऐसा ही व्यवहार किया जाता है। एक चालक ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व बस स्टार्ट न होने की शिकायत की। इस पर जवाब दिया गया कि एक वर्ष तक ऐसे ही धक्का लगाकर चलाओगे। इस दौरान चालक परिचालकों ने नारेबाजी की। संयुक्त परिषद एटा डिपो के शाखा अध्यक्ष विकास मिश्रा और वर्कशॉप इंचार्ज राजकुमार ने चालक-परिचालकों को समझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद वह बसों को ले जाने के लिए तैयार हुए।
ये बोले वर्कशॉप प्रभारी
वर्कशॉप प्रभारी राजकुमार ने बताया कि एक बस में बल्ब डालने को लेकर चालक और वर्कशॉप कर्मचारी में विवाद हुआ था। चालक-परिचालकों ने कार्य बहिष्कार की धमकी दी थी। मामले को शांत करा दिया गया है। साथ ही इसकी जांच भी कराई जा रही है।