नए संकल्प के साथ बंदी भाइयों की कलाइयों पर सजी बहनों की राखियां
कारागार कासगंज में राखी महोत्सव का आयोजन
ब्रह्मकुमारी बहनों ने दिलाया बंदियों को संकल्प
आदर्श नागरिक बनने का आह्वान
सुधार गृह की ओर बढ़ती कारागार की छवि

कासगंज 7 अगस्त जेल सुधारों के क्षेत्र में पिछले 16 वर्षों से सफलतापूर्वक महत्वपूर्ण कार्य करने वाली सामाजिक संस्था राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष जेल सुधारक का डॉक्टर प्रदीप रघुनंदन के संयोजकत्व में राखी महोत्सव का विशाल आयोजन जनपद कारागार कासगंज में संपन्न हुआ। जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ,ब्रह्मकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय की कासगंज की संचालिका बहन सरोज दीदी एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ प्रदीप रघुनंदन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। ब्रह्मकुमारी बहनों ने भारतीय संस्कृत राखी के महत्व एवं उपयोगिता के बारे में विस्तार से बंदी भाइयों को अवगत कराते हुए उनसे अपराध मुक्त रहने का संकल्प दिलाया और आह्वान किया कि वह एक आदर्श नागरिक बनकर जेल जीवन का बेहतर प्रयोग करते हुए अपने आप को एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में परिवर्तित करें।
ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की संचालिका सरोज दीदी ने कहा कि आज का कार्यक्रम निश्चित रूप से एक प्रेरणास्पद कार्यक्रम है जो बंदी भाइयों को भारतीय संस्कृत और राखी के आयोजन के बारे में गहरी जानकारी देते हुए उन्हें अपराध मुक्त की ओर ले जाएगा l जेल में रहते हुए वह बेहतर प्रदर्शन करेंगे वह अपने आप को हुनरमंद बनाएंगे और एक नए संकल्पों जोश के साथ जेल जीवन का बेहतरीन प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा की जेल आ जाने से जीवन और रचनात्मकता रुक नहीं जाती अगर व्यक्ति पुरुषार्थ करता रहे तो वह जेल में रहकर भी अपने आप को एक आदर्श नागरिक का बना सकता है आज के कार्यक्रम का यही उद्देश्य है।
जनपद कारागार कासगंज के अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने कहा त्योहार हमारे जीवन में एक नई स्फूर्ति और जोश का संचार करते हैं l वह हमारे ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं हमारी संस्कृति और सभ्यता के बारे में हमें परिचित कराते हैं l आज का कार्यक्रम में बंदी भाइयों के लिए एक विशेष कार्यक्रम है जिससे उन्हें राखी के महत्व में जानने के साथ-साथ जेल में रहकर वह कैसे अपने आप को एक बेहतर नागरिक बनाएं l उन्होंने कहा कि राखी महोत्सव बंदियों को एक नई प्रेरणा देगा इसका मुझे पूर्ण विश्वास है।
जेल सुधारक डॉक्टर प्रदीप रघुनंदन ने कहा कारागार आने वाला प्रत्येक व्यक्ति अपराधी नहीं होता कभी-कभी परिस्थितियां व्यक्ति को कारागार में ले आती है l ऐसे में कारागार में रहते हुए वह मानसिक रूप से स्वस्थ और अपनी कार्यकुशलता के साथ अपने व्यक्तित्व को बेहतर बना सके इस तरह का हमारा प्रयास रहता है l हमारा प्रयास है कि हम जेल में बंदियों को विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जोड़कर उन्हें एक बेहतर और आदर्श नागरिक बनाए ताकि वह जेल जीवन का सदुपयोग करते हुए जेल से रिहा होने के बाद समाज में उनका स्थान उनकी उपयोगिता बनी रहे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जेलो में कारागार भारती अभियान के अंतर्गत महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं l इसके अलावा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम के तहत कारागार के किचन से निकलने वाले वेजिटेबल वेस्ट को जैविक खाद में परिवर्तित करने का कार्यक्रम मैनपुरी कारागार में चल रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे।
राखी महोत्सव के अवसर पर जेलर ए एन सिंह ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सदस्य ज्ञानेश कुमार समाजसेवी आस्तिक पांडे अनिल उपाध्याय एवं उप जेलर गण सहित कारागार प्रशासन के तमाम अधिकारी कर्मचारी गण एवं सैकड़ों की संख्या में बंदी गण उपस्थित थे।