महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ मेहंदीपुर गांव वाराणसी में बैठक

लोक समाज पार्टी
महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ मेहंदीपुर गांव वाराणसी में बैठक हुई।
महंगाई,बेरोजगारी के खिलाफ मेहंदी गंज गांव क्षेत्र राजातालाब,विधानसभा सेवापुरी,जिला वाराणसी में एक बैठक संपन्न हुई जिसमें लोक समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष वाराणसी जिला अध्यक्ष श्री राम नारायण विश्वकर्मा ने अध्यक्षता की। इस मौके पर श्रीमती माधुरी देवी कुंवर सिंह ,सोहन लाल विश्वकर्मा मोहन लाल विश्वकर्मा,कैलाश, राम जी शर्मा,माधुरी देवी, इंद्रावती , मालती विश्वकर्मा,सितारा देवी, भगवान विश्वकर्मा अमरावती विश्वकर्मा,सरिता विश्वकर्मा सहित दर्जनों लोग मौजूद थे। इस मौके पर लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा ( ऐडवोकेट) पूर्वांचल उत्तर प्रदेश में महंगाई,बेरोजगारी,निजीकरण ठेकेदारी,लेबर कोर्ट 2020 के खिलाफ जन जागरण यात्रा के तहत मेहंदीगंज गांव में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहे कि आज सत्ता में जो सरकार बैठी है वह लोकतंत्र और संविधान की मर्यादा हो चुकी है वह सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए देश में हर प्रकार की धार्मिक उन्माद फैलाने में मस्त हैं जबकि देश में चारों तरफ महंगाई और बेरोजगारी की मार सुरसासुर की तरह फैल रही है।
केंद्र में बैठे भाजपा सरकार लोगों का ध्यान महंगाई बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए पिछले कई महीनों से धार्मिक उन्माद फैलाते हुए यह ऐसा चलन बना दी है कि धार्मिक उन्माद फैलाने वालों को जेल में डालने के बजाय,उनको यह सरकार पुलिस सुरक्षा मुहैया करा रही है। जिससे देश की एकता अखंडता को तोड़ने वाले लोगों का मनोबल दिन दूना रात चौगुना बढ़ता चला जा रहा है यही नहीं सरकार के इस प्रकार की कृत्य से क्षुब्ध होकर अरब कंट्री के जितने भी राष्ट्र हैं वह भारत सरकार के खिलाफ हो चुके हैं। कई राष्ट्र तो भारत सरकार के राजदूतों को बुलाकर माफी मांगने के लिए कहे हैं।जबकि गुटनिरपेक्षता और धर्मनिरपेक्षता की राह पर चलते हुए नेहरू से लेकर के मनमोहन सरकार तक ऐसा विदेश नीति चलाए जिससे कोई भी राष्ट्र इस भारत के खिलाफ अंगुली उठाने की हिम्मत नहीं करता था जबकि इस मोदी काल में नेपाल जैसे राष्ट्र भी भारत के खिलाफ गोलबंद होना चालू हुए इससे तो भारत सरकार की विदेश नीति की विफलता का परिचायक है।
अगर मोदी सरकार संविधान के तहत लोकतंत्र की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए देश को चलाई होती तो इसको यह धार्मिक उन्माद फैलाने का नौबत ही नहीं आती। नरेंद्र मोदी और उसके समर्थक समर्थक जो सत्ता की रसमलाई काट रहे हैं उनको डर है कि 2024 में उनकी विदाई हो जायेगी एसलिए भाजपा और संघ के लोग असल मुद्दा महंगाई बेरोजगारी से ध्यान भटकाने के लिए देश में ध्रुवीकरण का माहौल पैदा करवा हिंदुओ को अपनी तरफ गोल बंद करके 2024 पार करना चाहती है लेकिन बीजेपी और उनके समर्थकों का धार्मिक उन्माद का तीर काम नहीं आएगा क्योंकि गांव
गांव,कस्बाकस्बा, खेत खलिहान में महंगाई,बेरोगारी सामाजिक ताना बाना की लपट फैल चुकी है।अब लोग यह भी कहने लगे हैं कि राम मंदिर की रोटी खाने भाजपा और संघ के लोग श्री राम और भरत के आचरण को अपनाने में शर्म क्यों करते हैं?

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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