विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का समापन।
1 सप्ताह चला प्रशिक्षण कार्यक्रम।
200 महिलाओं ने की भागीदारी।

एटा 6 जून। महिलाओं को सिलाई कढ़ाई बुनाई एवं अन्य महिलाओं से संबंधित कार्यों में निपुण करने और उनके हुनर को प्रोत्साहित कर उन्हें व्यवसायिक दृष्टि से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा आयोजित विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत महिलाओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम समापन हुआ। 30 मई से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी और महिलाओं को सिलाई के क्षेत्र में उनकी प्रतिभा को और तराशने के उद्देश्य से साप्ताहिक का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में सहायक आयुक्त श्रम अनिल शर्मा सामाजिक कार्यकर्ता डॉ प्रदीप रघुनंदन ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त के वरिष्ठ प्रबंधक संजीव गोयल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हैं विशिष्ट अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता डॉ प्रदीप रघुनंदन ने कहा कि सरकार का दृष्टिकोण है कि महिलाओं को हर हाल में आत्मनिर्भर बना जाए l महिलाओं के अंदर जो हुनर है चाहे वह सिलाई कढ़ाई बुनाई से संबंधित हो या फिर वह किसी अन्य कार्य में दक्ष हो। उनके हुनर को तराश कर उसे व्यवसायिक आधार दिया जाए जिससे वह अपने जीवन को बेहतर बना सके।
सहायक उपायुक्त अनिल शर्मा ने कहा कि आज महिलाओं की स्थिति पूर्व की भांति नहीं है l आज महिलाएं आगे बढ़ रही हैं वह आत्मनिर्भर होना चाहती हैं और उनका लक्ष्य है कि वह अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत करके अपने परिवार का भरण पोषण कुशलता के साथ कर सकें और अपने बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य निर्मित कर सकें।
ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त के वरिष्ठ प्रबंधक संजीव गोयल ने कहा यह प्रशिक्षण निश्चित रूप से महिलाओं को एक नई दिशा प्रदान करेगा जिसके माध्यम से वह अपने आप को रोजगार के क्षेत्र में स्थापित कर सकेंगेl
इस अवसर पर सतीश चंद्र साबिर खान श्रीमती कविता राजेंद्र सिंह आलोक कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में महिला प्रशिक्षण तारती उपस्थित थे।