14 साल की रेप पीड़िता ने बेटे को दिया जन्म! घर वाले बेचने की फिराक में थे, प्रयागराज की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने बच्चे को बचाया

यूपी : 14 साल की रेप पीड़िता ने बेटे को दिया जन्म! घर वाले बेचने की फिराक में थे, प्रयागराज की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने बच्चे को बचाया

हम बात कर रहे हैं चार दिन के नवजात की जो प्रयागराज के बाल शिशु गृह में अनाथ की तरह रहने को विवश है। भले ही वह बोल नहीं सकता, लेकिन उसकी आंखें अपनी मां को खोज रही हैं। ऐसा नहीं है कि मां इस दुनिया में नहीं है, लेकिन कानूनी दांव-पेंच के चलते वह मासूम अपनी मां से दूर है।

दरअसल, जन्म देने वाली उसकी मां की उम्र महज 14 साल है और रेप पीड़िता है। जिला महिला अस्पताल में प्रसव के बाद उसका इलाज चल रहा है तो वहीं रेप के आरोपी की उम्र 13 साल है और बाल शिशु गृह में है। परिवार के लोग उस नवजात को बेचने की फिराक में थे, तभी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम को जानकारी हुई तो नवजात को अपनी कस्टडी में ले लिया। जन्म के बाद से ही यह नवजात अनाथ हो गया। मामला राज्य बाल संरक्षण आयोग तक पहुंच चुका है।

घटना करीब नौ महीने पहले की है। सरायममरेज थाना क्षेत्र के एक गांव में 14 साल की बेटी के साथ रेप हुआ था। आरोपी की उम्र 13 साल है। दोनों नाबालिग हैं। इसकी जानकारी पुलिस को भी नहीं होती है। जनवरी में जब इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस ने इसकी सूचना सीडब्लयूसी को भी नहीं दी।

नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह में भेज दिया गया। बालिका गर्भवती हो गई है। चार दिन पहले जिला महिला अस्पताल में बालिका को भर्ती कराया गया तो डाक्टरों ने प्रसव कराया और बालिका ने बेटे को जन्म दिया। पीड़िता के परिवार वालों ने कहा कि वह नवजात को नहीं रखेंगे। इसी बीच भनक लगी कि परिवार वाले नवजात बच्चे को बेचने की फिराक में हैं।

किसी ने इसकी सूचना सीडब्लयूसी को दी। सूचना पर सीडब्लयूसी चेयरमैन डॉ. अखिलेश मिश्रा ने टीम जिला महिला अस्पताल भेजा। वहां से नवजात को टीम ने कस्टडी में लिया है। सरायममरेज के इंस्पेक्टर महातम यादव को सीडब्लयूसी के सामने तलब किया गया है और सूचना न देने पर नाराजगी जताई गई। पॉक्सो के तहत केस दर्ज करने का निर्देश सीडब्लयूसी ने दिया है।

डॉ. अखिलेश मिश्रा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि नवजात को बाल शिशु गृह में ही रखा जाएगा। मुकदमे में वह साक्ष्य के तौर पर होगा। उसका डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा। मां नाबालिग है, इसलिए नवजात को अभी चाइल्ड लाइन में रखा जाएगा। बीच-बीच में नवजात को उसकी मां से मिलाया जाएगा।

इससे पहले भी एक रेप पीड़िता ने दिया था बेटे को जन्म
इसी तरह का मामला प्रयागराज में पहले भी आ चुका है। यहां होली के दिन 15 साल की रेप पीड़िता ने भी बेटे का जन्म दिया था। पीड़िता होलागढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। नाबालिग मां बच्चे को लेने के लिए खुल्दाबाद स्थित बाल शिशु गृह आती है, लेकिन नाबालिग होने के कारण नवजात उसे नहीं सौंपा जा रहा है।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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