राशन की दुकानों पर भीड़ ही भीड़ कोरोना गाइडलाइन नदारद

बुलंदशहर –डिबाई औरंगाबाद प्रदेश सरकार और आपूर्ति विभाग भले ही राशन वितरण के संबंध में कोरोना गाइडलाइन पालन की हिदायत पर हिदायत जारी करते रहें कम से कम इस कसबे में तो कोरोना गाइडलाइन पालन पूरी तरह असंभव है.यहां राशन की दुकाने जब खुलती हैं तो भीड़ का मजमा लग जाता है. कोई मास्क नहीं कोई सोशल डिस्टैंस नहीं फिर सैनेटाइजर का तो प्रश्न ही कहाँ उठता है.
प्रदेश सरकार ने एक आदेश जारी कर के बिना वैक्सिनेशन कराये राशन कार्ड धारकों को राशन निर्गत ना किये जाने और 15 वर्ष से उपर के सभी पारिवारिक सदस्यों को वैक्सीन लगने के बाद ही राशन जारी करने केलिए कहा है लेकिन शायद ही किसी दुकान पर इस नियम का पालन किया जा रहा हो.
पूर्ति निरीक्षक अथवा किसी सक्षम वितरण अधिकारी के दर्शन किसी राशन की दुकान पर दुर्लभ हैं. वो कब निरीक्षण करते हैं अथवा कब कसबे में आकर जनता के दुख दर्द की सुनवाई करते हैं यह खुद उनके सिवाय कोई भी नहीं जानता.
प्रदेश में कोरोना महामारी के आंकड़े भले ही दिन प्रति दिन आसमान छू रहे हों यहाँ की राशन दुकानों अथवा कसबे के राशनकार्ड धारकों को इसकी कोई परवाह नहीं है और ना हो पायेगी।