
राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष बोले: हमारे लिए जिन्ना नहीं, गन्ना जरूरी – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डा. मसूद अहमद ने कहा कि रालोद धर्म की राजनीति नहीं करता है। इस दल के जिन्ना कभी आदर्श नहीं हो सकते। हमारे आदर्श तो मिसाइलमैन व पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम व अबुल कलाम आजाद जैसे महान लोग हैं। हमारे लिए जिन्ना नहीं, गन्ना जरूरी है। इसके लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की जुगलबंदी को जनता पसंद कर रही है।डा. मसूद यहां वरुणालय गेस्ट हाउस में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। वे 23 दिसंबर को किसान दिवस पर इगलास में होने वाली परिवर्तन जनसंदेश रैली की तैयारियों की समीक्षा करने आए थे। उन्होंने जयंत चौधरी की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी से करते हुए कहा कि उन्होंने लोक संकल्प पत्र में हर वर्ग का ध्यान रखा है। खेत खलिहान से लेकर औद्योगिक क्षेत्र में उन्नति लाने का वादा किया है। सपा-रालोद की सरकार बनने पर किसान, मजदूर, महिला, बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। नौकरियों में महिलाओं को 40 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। गन्ना किसानों को लागत का डेढ़ गुना दाम 14 दिन में मिलेगा। पैसा न देने वाली निजी गन्ना मिलों के खातों की जांच होगी। वृद्धावस्था पेंशन तीन गुना की जाएगी। किसान व बुनकरों का बिजली का पिछला बिल माफ, आगे का बिल आधा होगा। पूर्वांचल, बुंदेलखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की जाएगी। किसानों को उनका हक दिलाने के लिए रालोद मुखिया चौ. अजित सिंह ने जान की बाजी लगा दी। किसान आंदोलन के दौरान ही वे कोरोना संक्रमित हुए थे। उनके अधूरे काम जयंत चौधरी करने जा रहे हैं।इस मौके पर ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष जगपाल सिंह, प्रदेश सचिव प्रेम सिंह जाटव, नवाब सिंह छोंकर, गोपाल चौधरी, प्रतीक चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, दिनेश बघेल, राजा भैया, रिजवान, मुबीन अहमद, बाबू अली, फैजान शेरवानी, तेजेंद्र सिंह, बाबू अली, महेंद्र माहौर मौजूद थे।