यूपी (आगरा) : ई श्रम कार्ड के नाम पर धांधली ! युवक लगा रहे फर्जी कैंप, रजिस्ट्रेशन के नाम पर मजदूरों से 300 रुपए तक की वसूली

ताजनगरी आगरा में ई श्रम कार्ड बनाने के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। निशुल्क रजिस्ट्रेशन करने के लिए जगह जगह कैंप लगाकर लोगों से 100 से 300 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। बिना अथॉरिटी के कहीं भी सड़क किनारे कैंप लगाकर वसूली के बारे में विभाग भी अनजान बना हुआ है। आगरा के डौकी थाना क्षेत्र और कमलानगर के बल्केश्वर में फर्जी कैंप लगाकर रजिस्ट्रेशन के वीडियो वायरल हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार द्वारा ई श्रम कार्ड , ई लेबर कार्ड आदि का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इस रजिस्ट्रेशन को इनकम टैक्स रिटर्न न भरने वाले मजदूर , रिक्शा चालक , ठेल लगाने वाले , राज मिस्त्री , दिहाड़ी मजदूर समेत तमाम लोग कर सकते हैं। सरकार द्वारा आपदा के समय राशन और , दुर्घटना बीमा के साथ 2022 के बाद भत्ता भी दिया जाना है। सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी है और व्यक्ति आधारकार्ड , बैंक पासबुक पासपोर्ट फोटो और मोबाइल नंबर के साथ आवेदन कर पंजीकरण करवा सकता है। जो लोग इंटरनेट का तकनीकी ज्ञान नहीं रखते हैं वो सायबर कैफे और जनसुविधा केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसका फायदा उठाकर युवक फर्जी कैंप लगाकर लोगों से सुविधाशुल्क लेकर निशुल्क रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। आगरा के डौकी कस्बा और कमलानगर क्षेत्र में ऐसे दो कैंप के मामले सामने आये हैं। पूछने पर युवक खुद को रजिस्टर्ड फर्म का कर्मचारी बता रहे हैं।
आगरा के ग्रामीण क्षेत्रों और निचले तबके के लोगों की बस्तियों में लोग लैपटॉप और प्रिंटर लेकर पहुंचते हैं और सड़क किनारे बैठ जाते हैं। इसके बाद लोगों को रजिस्ट्रेशन कराने पर सरकारी योजनाओं के साथ खाते में हर माह 500 रूपये भत्ता मिलने की बात कहते हैं और रजिस्ट्रेशन के नाम पर गरीब मजदूर तबके के लोगों से 100 से 300 रूपये तक वसूल रहे हैं। इस दौरान अगर किसी का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाटा है तो व्यक्ति को दोबारा सही जगह रजिस्ट्रेशन के लिए जाने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आये हुए युवक दोबारा उस क्षेत्र में नहीं आते हैं और उनका कोई स्थाई कार्यालय भी नहीं होता है। गांवों और शहरी बस्तियों में कैंप लगाकर लुभावने वायदे कर दिन में आराम से 50 से 200 लोगों तक से रजिस्ट्रेशन के नाम पर वसूली कर ली जाती है। नाम न बताने की शर्त पर काम से जुड़े युवक ने बताया की अपना लैपटॉप , प्रिंट्रर , इंटरनेट खर्च कर रजिस्ट्रेशन करने पर मेहनत का पैसा लेना कोई गुनाह नहीं है।
श्रम विभाग के अधिकारियों का कहना है की केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क रजिस्ट्रेशन किया जाता है और रजिस्ट्रेशन करवाने वाले को कई सुविधाओं का लाभ भी मिलता है। विभाग की तरफ से कोई टीम नहीं लगाई गयी है। एसपी सिटी विकास कुमार के अनुसार इस तरह के फर्जीवाड़े की कोई शिकायत अभी तक सामने नहीं आई है , मीडिया के द्वारा जानकारी मिली है और पुलिस को ऐसे लोगों की जानकारी करने के निर्देश दिए गए हैं।