
राजकीय पक्षी सारस की आज से शुरू होगी गणना – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – जिले में राजकीय पक्षी सारस की दो दिवसीय शीतकालीन गणना 16 दिसंबर से शुरू होगी। वन एवं वन्य जीव विभाग ने गणना के लिए तैयारी पूरी कर ली है। इसमें कोई गफलत न रहे। सारसों की जियो टेगिंग भी होगी। गणना कर्मी को जीपीएस वाले कैमरे से सारस का फोटो लेना होगा। इससे सारस की पुनर्गणना नहीं हो पाएगी। प्रभागीय निदेशक दिवाकर कुमार वशिष्ठ ने बताया कि सारस खूबसूरत तो है ही, उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी भी है। विश्व में उड़ान भरने वाला सबसे बड़ा पक्षी भी यही है। अपनी कम संख्या के चलते पर्यावरण मंत्रालय समेत तमाम पर्यावरण प्रेमियों को चिंतित कर रहा है। लिहाजा, सरकार साल में दो बार सारसों की शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन गणना करती है। 16 व 17 दिसंबर को शीतकालीन गणना होनी है। इसके लिए जिले को 46 भागों में बांटा है। प्रत्येक भाग में बीट प्रभारी के नेतृत्व में सारस की गणना की जाएगी। गणना प्रत्येक स्थल पर सुबह सात बजे से नौ बजे तक व शाम को तीन बजे से पांच बजे तक एक-एक बार की जाएगी। दोनों में से अधिकतम संख्या को वास्तविक संख्या माना जाएगा। गणना स्थल के रूप में ऊंचे स्थानों का चयन किया गया, जहां से सारस आसानी से अधिकाधिक संख्या में देखे जा सकें। प्रत्येक गणनी की डिजिटल फोट लेकर स्थल का जीपीएस रीडिंग अर्थात अक्षांश एवं देशांतर अंकित किया जाएगा। 20 दिसंबर तक गणना प्रपत्र वन संरक्षक या मुख्य वन संरक्षक के माध्यम से मुख्य वन संरक्षक, इको विकास, उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराने के निर्देश मिले हैं। गणना कार्य को सफल बनाने के लिए एनजीओ के सदस्य, प्रकृति प्रेमी, स्कूली बच्चों व स्थानीय नागरिकों को भी सम्मिलित किया जएगा।