एटा बस स्टेण्ड पर रोडवेज कर्मचारियों की शह पर बढ़ती डग्गेमारी

एटा। आज एटा बस स्टेण्ड गेट पर फर्रुखाबाद एटा लिखी प्राइवेट बस दबंगई से रोडवेज बसों के आगे लगाकर सवारियां भरती रही और रोडवेज कर्मचारी मूकदर्शक बनकर देखते रहे। रोडवेज कंडक्टरों की कार्य शैली प्राइवेट बसों को ऐसा करने के लिए उत्साहित कर रही है। एटा डिपो के चालक परिचालक दिल्ली जाने वाली बसों में सिर्फ दिल्ली की सवारियां भरकर ले जाते हैं। जिसके कारण सिकन्दराराऊ, अलीगढ़, खुर्जा, बुलन्दशहर आदि बीच के स्थानों की सवारियां बस स्टेण्ड पर खड़ी रह जाती हैं जिन्हें प्राइवेट बस वाले भरकर ले जाते हैं। यदि प्राइवेट बसों की डग्गेमारी रोकनी है तो सभी बसों में सभी स्थानों की सवारियां भरकर ले जानी होंगी जिससे बस स्टैंड पर सवारियां एकत्रित ही नहीं हो सकेंगी।
पिछले कई दिनों से यह देखने को मिल रहा है कि एटा के रोडवेज कर्मचारी दिल्ली की सवारियां एटा डिपो की बसों में भरवाते हैं और बीच में उतरने वाली सवारियों को दूसरे डिपो की बसों में जबरन बैठाने को बाध्य करते हैं। इस बात पर बाहर से आने वाली बसों के स्टाफ से झगड़ा तक हो जाता है, इसी वजह से अन्य डिपो की बसें अब एटा स्टेण्ड पर आती ही नहीं हैं, एटा बस स्टेण्ड पर सवारियों का हुजूम लगा रहता है। सबसे ज्यादा परेशानी कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद की ओर जाने वाली सवारियों को होती है, क्योंकि एटा डिपो से कानपुर की ओर जाने वाली बसों की नगण्य है और अन्य डिपो की बसें एटा डिपो के कर्मचारियों की हरकतों के कारण एटा बस स्टेण्ड पर आती नहीं हैं।
रोडवेज निगम के अधिकारियों से अपेक्षा है एटा डिपो के कर्मचारियों को सभी स्थानों की सवारियां बैठाने के लिए आवश्यक निर्देश जारी करें ताकि डग्गेमार बसों और स्थानीय सवारियों की समस्या का समाधान हो सके।