प्रधानमंत्री के द्वारा काले कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा करना किसान आंदोलन का परिणाम 23 को एटा में बैठक कर अग्रिम रणनीति बनाएंगे किसान

एटा।अखिल भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने शहीद स्तंभ एटा पर मिष्ठान वितरण कर खुशी का इजहार किया संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के आंदोलन, त्याग, तपस्या और बलिदान का परिणाम है कि आज देश के प्रधानमंत्री ने काले तीनों कृषि कानून को रद्द करने की घोषणा की है हजारों किसानों की शहादत को देश का इतिहास कभी भूल नहीं सकता है कल तक जो लोग किसान आंदोलन गलत बता रहे थे और कानूनों को सही बता रहे थे आज उन सब के मुंह पर तमाचा लगा है प्रधानमंत्री ने साबित कर दिया कहीं ना कहीं सरकार गलत थी और किसान, नौजवान, मजदूर सहित आंदोलनकारी किसान संगठन अपनी जगह शत प्रतिशत सही थे जैसा कि पूरे देश का किसान नौजवानों का देश के प्रधानमंत्री की विभिन्न झूठी घोषणाओं की वजह से जो भरोसा उठ गया है उसे पुनः कायम करने के लिए आज ही उन्हें घोषणा करनी चाहिए थी कि 29 तारीख से चलने वाली सदन में पहली बार हम इस काले कानूनों को रद्द करने के प्रस्ताव को पास करा कर किसान मजदूरों के बीच में खोई हुई छवि को सुधारने का काम करेंगे निश्चित रूप से जरूरत इस बात की है जिस प्रकार इन कानूनों को रद्द करते हुए एमएसपी की गारंटी कानून सहित किसानों के हित में आवश्यक कदम उठाए और जो आए दिन मंडी सहित व्यापारियों के द्वारा की जाने वाली लूट से किसानों को बचाया जा सके अखिल भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने तय किया के 23 तारीख को एटा तहसील मैं बैठक कर अग्रिम रणनीति तैयार की जाएगी ।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से :- राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र शास्त्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल कुमार सिंह, युवा राष्ट्रीय महासचिव जुगेंद्र सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव सोलंकी, डीके राजपूत, मंडल उपाध्यक्ष राजपाल वर्मा, डॉ0 मुकेश कुमार, युवा जिलाध्यक्ष अनुराग यादव, छात्र मोर्चा जिला प्रभारी सुमित यादव, नगर प्रभारी शादाब अब्बास, रमन, आलोक, शैलेश, बिट्टू, अंकित, गोलू सहित आदि लोग उपस्थित रहे