षणयंत्र-कारियों के चक्रव्यूह को भेद अर्जुन की भांति बाहर निकले मा.डी.पी. यादव – राजू आर्य।
● देश की कानून व्यवस्था पर फिर बढ़ा करोड़ों लोगों का विश्वास।
● साज़िशों का अंधेरा चीर एक बार फिर चमका सत्य का सूरज।
● राजनैतिक विरोधी गुटों में मची उथल-पुथल, फेल हुए सभी षणयंत्र।

उत्तर-प्रदेश के लोकप्रिय बाहुबली नेता डी.पी. यादव को बुधवार हाइकोर्ट से बड़ी राहत की खबर मिली। विधायक महेंद्र भाटी की हत्या के मामले में हाइकोर्ट ने डी. पी. यादव को बाइज्जत बरी करने का फैसला सुनाया है। 6 वर्ष पूर्व सी.बी.आई. कोर्ट ने अन्य तीन आरोपितों समेत डी.पी. यादव को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हाइकोर्ट ने सी.बी.आई कोर्ट के फैसले को निरस्त करते हुए डी. पी. यादव को निर्दोष करार दिया है, हालांकि अन्य तीन आरोपितों के संबंध में फैसला आना अभी बाकी है।
सत्य-रूपी सूर्य को छिपाना आसान नहीं, षणयंत्र के अंधकार को चीरकर सामने आ ही जाता है।
पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री डी.पी. यादव को हाइकोर्ट द्वारा बरी किये जाने पर उनके सभी समर्थकों एवं करीबी जनों में हर्ष की लहर है। डी. पी. यादव के करीबी युवा नेता व भारतीय किसान विकास मंच के प्रदेश प्रभारी राजू आर्य ने हाईकोर्ट का फैसला आ जाने के बाद अपने निज-आवास पर सैकड़ों लोगों को मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। आर्य से बातचीत के दौरान उन्होंने अपने शब्दों में कहा कि डी. पी. यादव सिर्फ एक व्यक्ति का नाम नही बल्कि एक जनआंदोलन का नाम है, वे सिर्फ एक बाहुबली नेता नही अपितु गरीबों, किसानों, लाचारों, जरूरतमंदों व दबे हुए शोषितों की बुलंद आवाज हैं डी. पी. यादव प्रत्येक वर्ग के लाखों दिलों पर राज करने वाले जननायक हैं। डी. पी. यादव के बारे में बताते हुए आर्य ने कहा कि उन्होंने जीवन में बेजोड़ संघर्ष व कठिन परिश्रम कर यह मुकाम हासिल किया है किंतु उनके कुछ राजनैतिक धुर-विरोधियों के षणयंत्र के चलते उन्हें कई वर्षों तक कारावास की प्रताड़ना सहनी पड़ी जिसका आज हाइकोर्ट ने अंत कर दिया। बुधवार को माननीय डी. पी. यादव के पक्ष में आया हाइकोर्ट का निर्णय लाखों किसानों एवं उनके समर्थको के सहयोग एवं दुआओं का परिणाम है।
अपने समर्थकों, किसान एवं करीबियों के सहयोग व समर्थन के साथ-साथ अपने दृण निश्चय से साज़िशों के आगे हार न मानने का संकल्प लिए बिना रुके-थके अपने खिलाफ हुए सभी राजनैतिक षणयंत्रों के चक्रव्यूह को अर्जुन की भांति भेद कर आज माननीय डी. पी. यादव जी ने विजय प्राप्त की है जिसके कारण आज उनके विरोधी दलों में खलबली का माहौल व्याप्त हो गया है। पिछले कई दशकों में अनगिनत षणयंत्रों एवं राजनैतिक विरोधियों के कुचक्रों में फंसने के बावजूद आज तक उन पर कोई भी आरोप साबित नही हुआ है और सही मायनों में यह हमारे देश की कानून-व्यवस्था एवं उनकी अपनी व्यक्तिगत दृण संकल्प की जीत है।
आर्य ने कहा कि डी. पी. यादव की जीत के साथ ही सदियों से चली आ रही कहावत ” षणयंत्र के बादल चाहे कितने ही घने क्यों न हो, सत्य का सूरज उसकी हर तह को फाड़ कर बाहर आ ही जाता है’ एक बार फिर से सच साबित हुई है।
आर्य ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद ही नही बल्कि पूर्ण विश्वास है कि माननीय डी. पी. यादव जी एक बार फिर पूर्व से भी अधिक कर्मठता व जोश के साथ विकास के पटल पर शोषितों की आवाज़ बनकर सूर्य की भांति चमकेंगे जिसमे उनके करोड़ों समर्थक तन-मन- धन से उनके साथ हैं।