रोड किनारे घूम रहे गोवंश को मारने वाला आखिरकार कौन है?
क्या योगी सरकार में मृत गौवंशो को 2 गज जमीन भी नसीब नहीं हो पा रही हैं?
योगी राज में सड़क दुर्घटना में मृत गौवंश आखिर क्यों सडगल रहे हैं?
जनपद में जिम्मेदार अपनी आंखें बंद करे क्यों पड़े हुए हैं?

एटा-योगी सरकार द्वारा गोवंश की रक्षा सुरक्षा व्यवस्था के लिए आए दिन नए नए नियम कानून पारित हो रहे हैं लेकिन दूसरी ओर क्या कोई बताएगा कि रोड किनारे घूम रहे गोवंश की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने के बाद सड़क पर ही सड़ने गले के लिए छोड़ दिया जाता है क्या उनका दोष सिर्फ इतना है कि वह एक जानवर है? मुझे लगता है कि आज इंसान के रूप में भी जानवर जन्म ले चुके हैं जिन्हें रोड किनारे सड़कों पर पड़े गोवंशो की अनदेखी कर उन्हें सडने गलने के लिए छोड़ दिया जाता है मैं पूछना चाहूंगा कि रोड किनारे घूम रहे गोवंश को मौत के मुंह में पहुंचाने वाला आखिरकार कौन है? जिसके कारण उनकी मौत हो जाती है तो शायद आप यही सोचेंगे,कि वह कोई और नहीं जिसके कारण बेबस लाचार गोवंश की मौत कहीं न कहीं हमारे हाथों यानी कि हमारी गाड़ी से टक्कर लगने से उसका मरना ही होता है तो क्या हमारा फर्ज नहीं बनता कि एक मृत गोवंश को 2 गज जमीन भी नसीब करा दें। तो मैं कहूँगा कि इंसान कितना गिर चुका है इसकी कल्पना तो नीचे दिए गए वीडियो में आपको साफ-साफ दिखाई दे जाएगी,,, मामला जनपद के थाना मिरहची क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव सिरसा टिप्पू के पास का है। मामला जहाँ कई दिनों से एटा मिरहची के बीच में पड़ने वाले गांव सिरसा टिप्पू के पास से जाने वाली नहर और करों की नदी के ठीक बीच रोड के किनारे पडा एक मृत गोवंश जो अब सड़ और गल रहा है चारों ओर क्षेत्र में बदबूँ से सडक किनारे लोगों को भी बहुत ही परेशानी का सामना करना पड रहा है। लेकिन रोड पर चलने वाले शासन प्रशासन के लोग अपनी आंखें मूंद कर चले जाते हैं या यूं कहें जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी निभाने से बाज नहीं आ रहे। रोड किनारे चल रहे लोगों का भी कहना है चाहे दिन जिस तरह की घटना है होती रहती है लेकिन गौरक्षक संगठन, हिंदू वादी संगठन एवं शासन प्रशासन अपनी आंखें मूंद कर चुपचाप बना रहता है जिससे जगह जगह रोड किनारे दुर्घटना में मरने वाले जानवर सड़ गल रहे है।