
दर्जी की हत्या मामले में तीसरा आरोपित 12 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – गौंडा थाना क्षेत्र रोरावर के नींवरी इलाके में नगला दरवर निवासी 34 वर्षीय निजाम यहां नींवरी के पास दर्जी की दुकान चलाते थे। पत्नी की चार माह पहले बीमारी से मौत हो गई थी। निजाम पर दो बेटे व एक बेटी है। आठ दिन पहले 14 अक्टूबर को शाम करीब साढ़े छह बजे निजाम दुकान बंद कर रहे थे, तभी दुकान से 10 कदम की दूरी पर तीन लोगों ने उन्हें बुलाया और चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। निजाम के पेट, हाथ व सिर में चाकू लगे। इससे वह नाले में गिर गया। आनन-फानन लोगों ने उसे नाले से निकालकर पास के ही अस्पताल में पहुंचाया, जहां मौत हो गई थी। निजाम के भाई तस्लीम ने पुलिस को तहरीर देकर कहा था कि निजाम कमेटी के डेढ़ लाख रुपये मांग रहा था। इसी के विरोध में फरियाद, यूनिस व नसरू ने मिलकरतीन लोगों ने उसकी हत्या की है। इधर, हत्या के बाद लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई, जिसे संभालने में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी थी। रात में निजाम के स्वजन अलीगढ़ आए और थाने का घेराव भी किया। हालांकि एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने मौके पर आकर स्वजन को कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शांत किया था। इसी क्रम में पुलिस ने दो दिन में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। सीओ प्रथम राघवेंद्र सिंह ने बताया कि हत्या के पीछे कमेटी के रुपयों का विवाद था। इसमें मुख्य आरोपित यूनिस व फरियाद को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। तीसरे आरोपित नसरू की तलाश में टीमें लगी हुई हैं। लेकिन, वह अभी तक गिरफ्तार नहीं हो सका है। उम्मीद है कि जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।