जनपद एटा
इंसानियत की मिसाल पेश करते हैं दो सगे भाई
लोगों की जिंदगी बचाना इनका लक्ष्य
सरकार से नही हैं इनके परिवार को कोई आर्थिक सहायता
मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं ये दोनों भाई

एटा।कमसान पुल जिसको हजारा नहर के नाम से जाना जाता हैं वहाँ के दो सगे भाइयों ने इंसानियत की मिसाल पेश की हैंएटा यह दोनों सगे भाई जिनका नाम रवेंद्र और जोगेन्दर हैं यह दोनों भाई कमसान पुल के पास पंचर की दुकान करते हैं और उसी से जीवन यापन करते हैं 2003 से नहर में कूदने वाले व्यक्तियों व जानवरो की अपनी जान जोखिम में डालकर जान बचाते हैं
इस काम को देखकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा सम्मान पत्र दिया गया वही एटा के एस एस पी व जिलाधिकारी महोदय द्वारा सम्मान पत्र मिला और भी अन्य लोगों ने भी इन्हें पुरस्कारों से नवाजा
लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इन्हें कोई आर्थिक सहायता नही दी गई इन दोनों भाइयों का कहना हैं कि सरकार हमारे लिए कुछ सहायता करें जिससे हमारे परिवार का जीवन यापन अच्छा हो सकें बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ सकें
यह दोनों भाई 2003 से अब तक हजारों लोगों की जान बचा चुके हैं जब कोई आसपास के क्षेत्र में कहीं कोई तालाब य नदी में डूब जाता हैं तो पुलिस इन दोनों भाइयों को ही बुलाती हैं और ये दोनों भाई उस इंसान की जान बचाते हैं वहां के आसपास के लोग इन भाइयों को फरिश्ता तो कोई भगवान का भक्त बताते हैं