उत्तर कोरिया की मिसाइल परीक्षण से भड़का अमेरिका, दिया ये बयान..

उत्तर कोरिया में पहले से ही ध्वस्त अर्थव्यवस्था कोरोना काल में एकदम चरमरा गई.
लोगों के पास एक वक्त की रोटी का जुगाड़ नहीं, प्राक्रिक्तिक आपदाओं के चलते फसलें नष्ट हो चुकी हैं.
वहाँ एक किलो मक्के के भुट्टे की कीमत 3000 रूपए किलो है तो एक केला 50 रूपये का.
देश में भुखमरी का आलम यह है कि सरकार को देश की सेना के लिए आपात स्थिति में प्रयोग होने वाले चावल के भंडार को देश के आम नागरिकों के लिए खोलना पड़ा.
पर हथियारों को हाँसिल करने की सनक किम जोंग की बढ़ती जा रही है.
अर्थव्यवस्था के चलते हालात काफी नाजुक हैं लेकिन इसके बावजूद इस देश में लगातार मिसाइलों के परीक्षण किए जा रहे हैं.
उत्तर कोरिया ने हाल ही में लंबी दूरी तक मार करने वाली क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है.
उत्तर कोरिया पर अपने परमाणु हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के चलते इंटरनेशनल सेंक्शन लगाए गए हैं.
उत्तर कोरिया का कहना है कि वो अमेरिकी आक्रमण के खतरे से अपने को सुरक्षित रखने के लिए सैन्य क्षमता में लगातार इजाफा कर रहा है.
अमेरिका का कहना है कि वो लगातार उत्तर कोरिया के हालातों पर नजर बनाए हुए है.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को वैश्विक सुरक्षा के लिए ‘गंभीर खतरा’ बताया था.
जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन ने कहा था कि अमेरिका उनका सबसे बड़ा दुश्मन है. इसके अलावा उन्होंने परमाणु हथियारों में बढ़ोतरी की भी संभावना जताई थी.