गुजरात: देश की राजनीतिक और औद्योगिक ताकत होने के बाद भी भाजपा को अपना मुख्यमंत्री क्यों हटाना पड़ा ?

मौजूदा वक्त में देश के अंदर राजनीतिक और औद्योगिक क्षेत्र में गुजरात देश की वह ताकत है जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह और उद्योगपति अंबानी और अडानी आते हैं ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अंबानी और अडानी देश के ही नहीं बल्कि विश्व के प्रभावशाली लोगों में भी शुमार हैं ! देश के जिस राज्य गुजरात से यह चार नामचीन हस्तियां आती हैं उस गुजरात का विधानसभा से पहले केंद्र और राज्य मैं सत्तारूढ़ भाजपा का मुख्यमंत्री बदलना हजम नहीं हो रहा है ! राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में यदि बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह गुजरात से आते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने से पहले गुजरात के लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं, मुख्यमंत्री रहते हुए ही वह देश के प्रधानमंत्री बने थे ! कांग्रेस सहित तमाम विपक्ष नरेंद्र मोदी पर हम दो हमारे दो का आरोप लगाता है ! कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे अदानी और अंबानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हैं ! देश में चर्चित उद्योगपति तो टाटा और बिरला भी हैं मगर उन पर ऐसे आरोप शायद ही लगे हो जैसे आरोप अदानी और अंबानी को लेकर विपक्ष लगा रहा है !
आजादी के आंदोलन में महात्मा गांधी का सहयोग उद्योगपति बिरला और बजाज ने भी किया था और आजादी मिलने के बाद बिरला परिवार के सदस्यों को कांग्रेस ने राज्यसभा में भी कई बार भेजा था लेकिन उन पर आरोप नहीं लगे ! जैसे कि अदानी और अंबानी आरोप लगते हुए सुनाई दे रहे हैं !
फिलहाल बात हो रही है गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को बदलने की ! राजनीतिक गलियारों में रूपानी को बदलने के पीछे कई प्रकार की बातें सामने आ रही है, बात यह आ रही है कि भाजपा गुजरात में नया नेतृत्व देना चाहती है बात यह भी निकल कर आ रही है कि विगत दिनों कोरोना महामारी के संकट के समय विजय रुपाणी ठीक से मैनेजमेंट नहीं कर पाए इसलिए गुजरात की जनता में रूपानी को लेकर गुस्सा था, बात यह भी सुनाई दे रही है कि भाजपा ने अपना अंदरूनी सर्वे कराया था जिसमें भा ज पा की स्थिति उसके अनुकूल नहीं थी ! कारण जो भी हो लेकिन बात यह की गुजरात देश का एक ऐसा प्रांत है जहां से देश की 4 महत्वपूर्ण ताकते आती है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित शाह अंबानी और अडानी उसके बाद भी सत्तारूढ़ भाजपा को अपना मुख्यमंत्री बदलने की दरकार क्यों आन पड़ी सवाल यह है ? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के नेता विकास के नाम पर अक्सर गुजरात मॉडल का हवाला देते हुए नजर आते हैं, गुजरात में 7 साल में भाजपा ने अपने दो मुख्यमंत्री बदल दिए !
क्या यह भाजपा का मास्टर स्ट्रोक है या फिर 1 साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव का डर है ? गुजरात में कॉन्ग्रेस भाजपा की नीतियों को लेकर सड़क पर संघर्ष कर रही है वही कांग्रेस ने पटेल युवा नेता हार्दिक पटेल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष बना रखा है, वोट चुनाव से पहले हो सकता है हार्दिक पटेल को कॉन्ग्रेस कमेटी पूर्ण कालीन अध्यक्ष भी बना सकती है और विधानसभा का चुनाव हार्दिक पटेल के नेतृत्व में भी कांग्रेस लड़ सकती है, क्या भाजपा को यह एक डर था क्योंकि गुजरात के पटेल इन दिनों नेतृत्व को लेकर नाराज दिखाई दे रहे थे ऐसे में कॉन्ग्रेस हार्दिक पटेल को गुजरात का नेतृत्व देकर मास्टर स्ट्रोक खेलें इससे पहले ही भाजपा ने मुख्यमंत्री रूपानी को बदल दिया अब देखना यह होगा कि भाजपा पटेल को मुख्यमंत्री बनाती है या नहीं?