
एटा श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व व्रत के माध्यम से नहीं बल्कि फुटपाथ पर बेसहारा अपनी रोजी रोटी के लिए छोटी सी दुकान खोले हुए जनों से मुलाकात की एवं श्रीमद्भगवद्गीता के बारे में उन्हें बताया एवं श्री मद भगवद्गीता उपहार स्वरूप भेंट में दिया । भगवान श्री कृष्ण की कृपा व्रत से नहीं मिलेगी कर्म में मिलेगी। कर्म ही पूजा है ।
जय श्री कृष्णा जय भारत ।