पत्नी से विवाद के बाद फांसी के फंदे पर झूला राजमिस्त्री

मुरादाबाद। मझोला थाना क्षेत्र में पत्नी से विवाद के बाद राजमिस्त्री फांसी के फंदे पर झूल गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शराब को लेकर उसका गुरुवार शाम पत्नी से विवाद हुआ था। गुस्से में पत्नी बेटियों के साथ मायके चली गई थी। शुक्रवार सुबह बड़ी बेटी चाय देने गई तो पिता को फांसी के फंदे पर लटका पाया। सूचना से मृतक के परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौका मुआयना किया। पीएम में भी फांसी लगाने से मौत की पुष्टि हुई।

फांसी लगाकर जान देने वाला अर्जुन पुत्र फूल सिंह(30) मझोला थाना क्षेत्र के नया गांव स्थित आफतनगरी का रहने वाला था। वह इकलौता बेटा था। करीब नौ वर्ष पूर्व उसकी शादी एकता कालोनी निवासी चंचल के साथ हुई थी। चार बेटियां वैष्णवी,आरोही, ईशी व कनक हैं। अर्जुन राज मिस्त्री का काम करता था। बताते हैं कि वह शराब पीने का आदी था। शराब को लेकर आए दिन परिवार में विवाद रहता था। गुरुवार शाम को भी अर्जुन शराब पीकर घर लौटा था। पत्नी चंचल ने विरोध किया तो दोनों के बीच काफी विवाद हुआ था। इसके बाद पत्नी चंचल छोटी दो बेटियों ईशी व कनक को लेकर रात में ही मायके एकता कालोनी चली गई थी। घर पर अर्जुन के अलावा उसकी दो बेटियां व बुजुर्ग माता-पिता थे। परिजनों के मुताबिक विवाद के बाद अर्जुन छत पर चला गया। दोनों बेटियां व माता-पिता खाना खाने के बाद सो गए। इसी बीच अर्जुन ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। सुबह बड़ी बेटी वैष्णवी चाय देने के लिए ऊपर कमरे में गई तब उसने पिता को फांसी के फंदे पर लटकता हुआ पाया। जानकारी पाकर माता-पिता के अलावा पत्नी चंचल भी पहुंची। सभी का बुरा हाल हो गया। मझोला पुलिस ने भी फोरेंसिक टीम के साथ मौका मुआयना किया। पोस्टमार्टम में फांसी लगाकर जान देने की पुष्टि हुई।

इकलौते बेटे की मौत से टूट गए बुजुर्ग माता-पिता

मुरादाबाद। अर्जुन इकलौता बेटा था। बेटे की मौत से बुजुर्ग फूल सिंह व मां अमलेश पूरी तरह से टूट गए। पत्नी चंचल तो शव देखकर बेहोश हो गई। उसका कहना था कि यह मालूम होता तो शराब पीने का विरोध नहीं करते। छोटी-छोटी बच्चियों का भी बुरा हाल था। चंचल कभी बेटियों को संभाल रही थी तो कभी पति से लिपटकर विलाप कर रही थी।

ससुर ने मौके पर पहुंचकर निपटाया था विवाद

मुरादाबाद। गुरुवार शाम अर्जुन और उसकी पत्नी चंचल का शराब को लेकर जमकर विवाद हुआ था। नौबत मारपीट तक भी पहुंच गई थी। विवाद बढ़ने पर एकता कालोनी से चंचल के पिता गोपीचंद्र भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने भी दामाद अर्जुन को काफी समझाने की कोशिश की थी, मगर अर्जुन किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं था।

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NAZIM HUSAIN

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