
3 वर्ष पुराने वायरल वीडियो ने फैलाई सनसनी
**प्रतिष्ठित उद्यमी प्रदीप अग्रवाल ने अवैध वसूली के लगाए आरोप
**न्यायालय में देंगे सोशल मीडिया कर्मियों को मानहानि की चुनौती एटा। शहर के एक प्रतिष्ठित उद्यमी कृष्णा टॉकीज के मालिक प्रदीप अग्रवाल बबलू का गुरुवार को जो वीडियो वायरल हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो ने पुलिस महकमे के साथ-साथ न्यायिक महकमे में भी सनसनी फैला दी है। 3 वर्ष पुरानी इस वीडियो में प्रदीप अग्रवाल को तहसील सदर स्थित रजिस्ट्रार ऑफिस के गेट पर बड़े भाई राजन अग्रवाल उर्फ राजू के थप्पड़ मारते हुए दर्शाया गया है। उधमी प्रदीप अग्रवाल ने पुराना वीडियो वायरल करने वाले तथाकथित सोशल मीडिया कर्मियों पर मानहानि का केस दायर कर न्यायालय में चुनौती देने का दावा किया है।
दरअसल यह सर्वविदित है कि प्रदीप अग्रवाल बबलू और उनके बड़े भाई राजन अग्रवाल राजू के मध्य तक संपत्ति के मालिकाना हक को लेकर पिछले कई वर्षों से विवाद चला आ रहा है। क्योंकि इनके पिता स्वर्गीय प्रताप भान अग्रवाल ने अपने छोटे पुत्र प्रदीप अग्रवाल बबलू के नाम संपत्ति की वसीयत की है और मृत्यु उपरांत उन्हें अपना बारिश बनाया था। जिसका विवाद भी जनपद न्यायालय के अलावा उच्च न्यायालय से भी जीत चुके हैं ऐसे में पिता की चल अचल संपत्ति की खरीद-फरोख्त पर उच्च न्यायालय द्वारा पूर्णतया रोक लगाई गई है मगर इसके बावजूद शहर के गांधी मार्केट स्थित तीन दुकानों को कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए प्रदीप के बड़े भाई राजन अग्रवाल ने वर्ष 2018 में औने पौने दामों में स्वयं को तन्हा मालिक बताते हुए भू माफियाओं को विक्रय कर दी। जिसका विवाद 30 मार्च 2018 को सदर तहसील स्थित रजिस्ट्रार कार्यालय पर दोनों भाइयों के मध्य हुआ। राजन अग्रवाल द्वारा की गई गाली गलौज और कहासुनी से गुस्साए प्रदीप अग्रवाल ने उन पर थप्पड़ मार दिए थे, जिसकी रिपोर्ट कोतवाली नगर में धारा 420, 467, 468, 471 और 447 सीआरपीसी के तहत दर्ज कराई गई थी। उपरोक्त प्रकरण में पुलिस की जांच के बाद ऐसा भी लगा दी गई। साथ ही पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन और न्यायालय ने भी फर्जी ढंग से तीनों दुकानों को विक्रय किया जाना पाते हुए यथास्थिति बनाए रखने का आदेश भी पारित किया था। किंतु बड़े भाई राजन अग्रवाल ने इस आदेश की अवहेलना करते हुए भी उपरोक्त दुकानों का विक्रय कर दिया।
उधमी प्रदीप अग्रवाल ने कहा है कि वे अवैध रूप से पुराना वीडियो चलाकर धन वसूली करने के एवज में उन्हें बदनाम करने और मानहानि करने वाले सोशल मीडिया कर्मियों को न्यायालय में चुनौती देंगे ताकि ऐसे तथाकथित सोशल मीडिया कर्मी जो ठगाई कर मोटी रकम कमाते हैं वे समाज के समक्ष बेनकाब हो सके।