प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर 905 महिलाओं की हुई निशुल्क जांच

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर 905 महिलाओं की हुई निशुल्क जांच

एटा,09 जुलाई 2021।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के मौके पर शुक्रवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला महिला चिकित्सालय पर गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच की गईं। इस दिवस का आयोजन कोविड-19 के अनुरूप व्यवहारों का पालन करते हुए किया गया।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैथरा पर आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी द्वारा निरीक्षण किया गया। व प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के महत्व को बताया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि माता एवं शिशु के स्वास्थ्य के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान योजना शिशु एवं मातृ स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। योजना का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक द्वितीय व तृतीय तिमाही वाली गर्भवती महिलाओं की एमबीबीएस चिकित्सक अथवा महिला रोग विशेषज्ञ की देखरेख में जांच करके उन्हें समुचित इलाज व जानकारी मुहैया कराना है। जिससे शिशु एवं मातृ मृत्यु को रोका जा सके । कोरोना को दृष्टिगत रखते हुए कोविड-19 रूप व्यवहारों का पालन करते हुए जनपद में सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया। जनपद में शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल समेत 11 ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया।इस दौरान कुल 905 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई ।जिसमें से 60 उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया ।

सीएमओ ने बताया कि योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की ब्लूडग्रुप, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, वजन, यूरिन, एचआईवी ,सिफलिस आदि जांच तथा अल्ट्रासाउंड के साथ अन्य जांच निशुल्क की जाती हैं। साथ ही हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं को आयरन सूक्रोज इंजेक्शन दिया जाता है व आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोली की जाती है।

योजना के नोडल अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था का तीसरा महीना शुरू होने और छठा महीना खत्म होने के बीच के किसी भी महीने में अपना पंजीयन करा सकती हैं। वैसे तीसरे महीने में ही करा लें तो अच्छा रहेगा। यह योजना खासकर उन महिलाओं के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। वैसे किसी भी वर्ग-समुदाय की महिला इसमें शामिल हो सकती है।

लाभार्थी सोनी पत्नी रोहित निवासी जैथरा ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 2 बार उनकी जांच की गई हैं। जांच में उनके खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम पाई गई जिसके लिए उन्हें आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगाया गया। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी तमाम जानकारी भी दी गई।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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