
सभी सियासी चौकस, अपने मतलब में,जनता है बेहाल…………..,भदावर महाविद्यालय के संस्थापक प्राचार्य बीएल तिवारी की जयंती पर बही काव्य की धारा, 2025 में स्वर्ण जयंती मनाये जाने का लिया गया निर्णय, स्मृतियां होंगी संरक्षित, तीन सत्रों में आयोजित हुआ कार्यक्रम।बाह। ब्रहस्पतिवार को भदावर महाविद्यालय के संस्थापक प्राचार्य बीएल तिवारी को जयंती पर अक्षर पुरुष के रुप में याद किया गया। काव्यगोष्ठी और विचारगोष्ठी में वर्ष 2025 में उनकी स्वर्ण जयंती धूमधाम से मनाये जाने का संकल्प लिया गया। ब्रहस्पतिवार की सुबह कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय परिसर में स्थित बीएल तिवारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई। इसके बाद काव्यगोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें विनोद सांवरिया ने वर्तमान माहौल पर चुटकी ली ‘ बहुत बुरा है हाल, किसी से क्या बोलें।सभी सियासी चौकस, अपने मतलब में,जनता है बेहाल, किसी से क्या बोलें।’ नारायन भदौरिया नवल ने सोशल मीडिया पर प्रेमियों के हाल को वयां किया ‘ तेरे स्टेटसों को पढ के मेरा दिन गुजरता हैं, अगर डीपी हटाले तू तो भारत बन्द लगता है।’ राजन भदौरिया ने कविता पढी ‘बागबां कैसी सियासत पे उतर आये है,फूल आपस में बगावत पे उतर आये हैं।’ शिवराम शांति ने देश भक्ति की अलख जगाई ‘ बना है तीन रंगों का, हमारे देश का झण्डा,झुकाये झुक नहीं सकता, बडा मजबूत है डंडा।’ काव्यगोष्ठी में डा0 वीपी मिश्र,देवनारायण शर्मा, शाहिद महक, गणेश शर्मा विद्यार्थी,हरी नरायन यादव नमन आदि ने काव्यपाठ किया। अध्यक्षता डा0 सुकेश यादव ने और संचालन विनोद सांवरिया ने किया। इसके बाद 2025 में बीएल तिवारी की स्वर्ण जयंती को मनाये जाने की रुपरेखा तय करने को गोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें पवन टाइगर ने बीएल तिवारी के जन्मदिन पर शिक्षा,खेल और कला के क्षेत्र में प्रतिभाओं को तरासने के लिये निशुल्क एकेडमी चलाने की घोषणा की। डा0 सत्यदेव पचौरी ने बीएल तिवारी की चरित्र की कर्तव्य निष्ठ परिभाषा की प्रासंगिता के कई उदाहरण दिये। बेटे शंकरदेव तिवारी ने अक्षर पुरुष से जुडी स्मृतियों को एक दस्तावेज की तरह सहेजने का प्रस्ताव रखा। प्राचार्य डा0 सुकेश यादव ने बीएल तिवारी से जुडी स्मृतियां और भदावर क्षेत्र में उनके त्याग और बलिदान को याद कर स्वर्ण जयंती धूमधाम से मनाने की घोषणा की। इस दौरान डा0 मदन गोपाल भदौरिया, राज बहादुर शर्मा , आशुतोष नेहरू,पूर्व जिलापंचायत सदस्य मलखान सिंह राठौड, सतीश पचौरी,डा0 निर्भय सिंह, डा0 शम्स आलम, डा0 महेन्द्र सिंह,डा0 सतीश यादव, डा0 आशुतोष यादव, दिग्विजय यादव, अभिलाष शर्मा, शालू तिवारी, सन्त शरन उपाध्याय, अनिल तोमर, क्षमा मिश्रा, पंकज अग्रवाल, राघवेन्द्र सिंह, अनुज गर्ग, प्रवेन्द्र, आशीष गुप्ता, कोमल, मुलायमसिंह, उदयभान आदि मौजूद रहे।