इंडस्ट्री एरिया कालपी के विकास हेतु मिले ₹2 करोड़ का हो रहा बंदरबांट
0 जिलाधिकारी जालौन का ड्रीम प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा
0 बड़े पैमाने पर मानक के विपरीत हो रहा मटेरियल का प्रयोग

कालपी (जालौन)। जनपद जालौन के जिलाधिकारी के अथक प्रयास से कालपी इंडस्ट्री एरिया के विकास हेतु मिले दो करोड़ 34 लाख रूपये का जम कर बन्दर बाट हो रहा है।
उक्त प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने जनपद के जिला अधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर साहब ने 1 अक्टूबर को कालपी इंडस्ट्री एरिया आकर शिलान्यास किया था सही गुणवत्ता से पूरा कार्य करने के निर्देश देते हुये जिलाधिकारी ने निर्माण एजेंसी को कड़े निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जावेगी लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग ने जिलाधिकारी के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए लाखों रुपए की घटिया निर्माण सामग्री मंगा कर निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया।
निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाली गिट्टी ईटा तथा मोरम बहुत ही घटिया क्वालिटी की प्रयोग की जा रही है मोरम तो मिट्टी युक्त प्रयोग की जा रही है अगर घटिया सामग्री का प्रयोग ना रोका गया तो हो रहा निर्माण का अति शीघ्र ध्वस्त हो जाएगा।
इंडस्ट्री एरिया के प्रमुख उद्यमियों ने घटिया निर्माण कराए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए माननीय जिलाधिकारी जालौन आयुक्त झांसी मंडल झांसी को पत्र लिखकर किसी उच्च स्तरीय तकनीकी एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। नरेंद्र कुमार तिवारी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश हाथ कागजनिर्माता समिति ने उक्त निर्माण कार्यों पर चिंता व्यक्त करते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है
विभाग द्वारा चयनित ठेकेदार ने गोरामछिया की गिट्टी का फर्जी बिल बनवा कर तथा मुहाना की मोरम की जगह मिट्टी युक्त बालू का प्रयोग करके जहां एक और पीडब्ल्यूडी की साख पर बट्टा लगा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा दी गई बड़ी धनराशि का गोलमाल कर रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी जी जहां एक और भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का प्रयास कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लोक निर्माण विभाग उनके सपनों को चकनाचूर करने में लगा है कालपी फैक्ट्री एरिया का निर्माण कार भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है।