किसानों ने एटा से अतिशीघ्र पैदल ही दिल्ली को कूच करने का किया ऐलान
10 दिसंबर को 10000 किसानों की उपस्थिति में एटा में होगी अनिश्चितकालीन किसान महापंचायत

एटा।आपको अवगत कराना है कि आज दिनांक 27 नवंबर 2020 को को उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में अखिल भारतीय किसाश यूनियन के कार्यकर्ताऔं ने विभिन्न तहसीलों में अपनी अपनी क्षमताओं के अनुसार विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने का काम किया साथ ही निर्णय लिया गया कि देश की सरकार किसानों को वाहनों सहित दिल्ली में घुसने नहीं दे रही है इसलिए किसानों मैं पूरे देश के कोने कोने में काफी आक्रोश व्याप्त है तथा तय किया गया कि अतिशीघ्र संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं से बात कर एटा से पैदल मार्च निकालकर व्यापक स्तर पर पूरे हिंदुस्तान के किसान दिल्ली के लिए प्रस्थान करने का काम करेंगे एवं अखिल भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा 10 सितंबर को एटा में किसान महापंचायत में 10000 किसानों को जोड़ने का एलान किया उक्त प्रदर्शन कर देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन उपस्थित उप जिलाधिकारी अब्दुल कलाम जी एवं उप तहसील जलेसर तथा अलीगंज सहित पूरे प्रदेश एवं देश में सौंप कर अपनी आवाज को बुलंद करते हुए समस्याओं के समाधान कराने का प्रयास किया और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने समस्याओं का समाधान नहीं किया तो पूरी ताकत के साथ दिल्ली के लिए निकलेंगे और भारत सरकार को किसान मजदूरों नौजवानों के हक में कार्य करने के लिए बाध्य करेंगे एवं 10 दिसंबर को किसान महापंचायत को सफल बनाने का कार्य करेंगे एवं दिल्ली में चल रहे प्रदर्शन की सफलता हेतु कुछ के समर्थन में तथा किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के विभिन्न ब्लॉक एवं तहसीलों में भी लगातार प्रदर्शन किए जाएंगे।
01 :- किसान विरोधी तीनों अध्यादेशों को तत्काल रद्द किया जाए।
02 :- संशोधित विद्युत अधिनियम 2020 को तत्काल रद्द किया जाए ताकि गरीब मजदूर किसान एवं आम आवाम को विद्युत सप्लाई सस्ते दामों में निरंतर मिलती रहे।
03 :- धान, मक्का, बाजरा के किसानों की उद्योगपतियों एवं बड़े व्यापारियों द्वारा मंडियों में सरेआम लूट की जा रही है इसे तत्काल रोकते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
04 :- खेती की बुवाई हेतु नहर रजवाहों में अति शीघ्र टेल तक पानी पहुंचाया जाए एवं सफाई के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार को तत्काल रोका जाए।
05 :- किसानों को ताज पेट्रोलियम क्षेत्र की तरह 24 घंटे निशुल्क विद्युत सप्लाई उपलब्ध कराई जाए।
06 :- किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं में पूर्ण रूप से पारदर्शिता लाकर भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए निशुल्क प्रदर्शनों के नाम पर हो रही विभागों द्वारा लूट को तत्काल रोका जाए।
07 :- बीज कंपनियों द्वारा किसानों की खुलेआम लूट की जा रही है जिस पर तत्काल पाबंदी लगाते हुए सस्ते दामों में किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाए।
08 :- श्रम विभाग द्वारा अकुशल श्रमिकों का तत्काल रजिस्ट्रेशन करते हुए योजनाओं का पात्रों को पारदर्शिता के साथ लाभ दिलाया जाए।
09 :- लॉक डाउन एवं सरकारों की किसान विरोधी नीतियों की वजह से किसान पूर्णरूपेण बर्बाद हो गया है इसलिए तत्काल कर्जा मुक्त किया जाए।
10 :- हरियाणा राजस्थान की तरह उत्तर प्रदेश में भी सरपंच प्रणाली को लागू कर छोटे-छोटे विवादों का गांव स्थानों पर निपटारा कराया जाए।
11 :- हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश कि कुछ भाग सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश को लेकर ब्रजप्रदेश बनाया जाए।
एटा सदर तहसील में प्रमुख रूप से :- अखिल संघर्षी राष्ट्रीय अध्यक्ष, सुरेंद्र शास्त्री राष्ट्रीय महासचिव, पंडित ओमदेव शास्त्री मंडल प्रवक्ता, बबलू नगर जिला अध्यक्ष, ठाकुर अखंड प्रताप सिंह, अरविंद शास्त्री, विवेक जी, अशोक कुमार, रामनिवास राजपूत, देवेंद्र राजपूत, रामअवतार प्रभु, राकेश कुमार, देवव्रत, सुखबीर फौजी, प्रवेंद्र कुमार सहित आदि लोग उपस्थित रहे।
जलेसर तहसील में हुए प्रदर्शन में प्रमुख रूप से :- तेज सिंह वर्मा राष्ट्रीय महासचिव, संजीव प्रधान राष्ट्रीय संयोजक, रामकिशन यादव प्रदेश अध्यक्ष, वीरेंद्र वर्मा, दोजीराम कुशवाहा, योगेश राजपूत, धर्मेंद्र कुमार, महेश चंद्र, दानी भाई साहित आदि लोग उपस्थित रहे।