
करोड़ों की लागत से बने छतरपुर जिला अस्पताल का देखें हाल !!* *!! गंदगी, वार्डों में पानी, बेहार मरीज, बदबू से परेशान लोग, मरीज ठीक होने की जगह हो रही और भी बीमार ऐसे है जिला अस्पताल के हाल !!* *!! सिविल सर्जन ने कहा सफाई कर्मचारी जबरन बना रहे दबाव, रात में असामाजिक तत्वों ने तोड़ी नलों की टोटिया जिस कारण जिला अस्पताल के वार्डो में भरा पानी !!* छतरपुर। भले ही सरकार व जिले के आलाधिकारी बेहतर स्वास्थ सुविधायें मुहैया कराने की बातें कर रहे हो लेकिन करोड़ों रुपये की लागत से बने छतरपुर जिले के नवनिर्मित जिला अस्पताल की हालत देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि यहां इलाज कराने आये मरीजों का क्या हाल होता होगा। पूरे जिला अस्पताल में लगे कचडे के ढेर, वार्डों में भरा पानी, बेहाल मरीज, अस्तव्यस्त व्यवस्था, बदबू से परेशान जहां लोग खड़ा होना पसंद न करें ऐसे जिला अस्पताल में मरीजों भर्ती कर भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है। अगर मरीज की ही किस्त सही हुई तो वह अपने कर्मो से बच जाये नहीं तो राम राम सत्य है! जिला अस्पताल पदस्थ लाखों रुपये वेतन के रूप में लेने वाले अधिकारी भी मलाई खाने में लगे है, उन्हें भी मरीजों से व जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं से कोई सरोकार नहीं है। मरीजों का कहना है कि चार दिनों से जिला अस्पताल में पड़े है बदबू के कारण नीद तक नहीं आती। वार्डों में चारों तरफ पानी भरा हुआ है। ऐसी ही गंदगी में पड़े है। यहां मरीज ठीक होने की वजाए और बीमार हो रहे है। वहीं सिविल लाईन लखन तिवारी ने कहा कि सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है जिस कारण जिला अस्पताल की सफाई नहीं हुई। सफाई कर्मचारी कुछ लोगों के कहने पर राजनीति के तहत सफाई नहीं कर रहे है। इतना ही नहीं रात में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जिला अस्पताल में लगे नलों की टोंटियां तोड़ दी जिस कारण वार्डों में पानी भर गया। सफाई कर्मचारी अस्पताल प्रबंधन पर जबरन दवाव बनाना चाहते है। जिस कारण जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था गड़बड़ा गई है। वही सीएमएचओ विजय पथोरिया का कहना है कि आपके द्वारा जानकारी मिली है में दिखवाता हूं जल्द ही व्यवस्थाओं दुरुस्त की जाएगी।