बारुद के ढेर पर बैठा हुआ है सकीट
– घनी आवादी में अवैध रुप से बिक रही बिस्फोटक आतिशवाजी

एटा/सकीट। कस्वा सकीट बारुद के ढेर पर बैठा हुआ है। जगह जगह पर बिस्फोटक आतिशवाजी बिक रही है। घनी आवादी के बीच में बिकने वाली बिस्फोटक आतिशवाजी से कभी भी बड़ा हादसा होने के कयास लगाए जा रहे है। लोग कह रहे है कि अगर प्रशासन वड़ी कार्रवाई नही करता है तो कभी भी कोई हादसा हो सकता है।
ज्ञात हो कि कस्वा सकीट में मुख्य वाजार सहित अन्य जगहो के बुकसेलर व हौजरी वाले दुकानदार भी आतिशवाजी का स्टॉक कर चुके है। इसके अलावा कस्वा के चुनिंदा दुकानदार बिस्फोटक आतिशवाजी का स्टॉक अपने यहां पर घनी आवादी के बीच में कर चुके है। यह दुकानदार अपनी दुकानों पर दीपावली पर बच्चों के प्रयोग करने तमंचों को खुले में दिखाने के लिए लगा लेते है। जिससे दुकान पर आने वाला समझ जाएं कि यहां आतिशवाजी का कुछ सामान मिलता है। ग्राहक जब दुकान पर आ जाता है तो उससे ऑर्डर लिया जाता है जो भी चाहोगे वह सब मिल जाएगा। ग्राहक ऑर्डर दे देता है। उसके बाद दवे पॉव दुकानदार का एक युवक गोदाम में जाता है और चुपके से ऑर्डर का सामान निकालकर पैक कर देता है। यह कार्य कस्वा के ज्यादातर दुकानदार कर रहे है। सूत्र बताते है कि कस्वा के जो भी बुकसेलर है वह अपनी दुकानों के भीतर भी कुछ स्टॉक रखे हुए है। इस मामले में देखना है कि आखिर प्रशासन की नीदं कब खुलेगी।
प्रशासन को क्या मिरहची जैसी घटना का इंतजार
एटा के मिरहची में गत वर्ष दीपावली के आस पास ही आतिशवाजी की गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ था। घटना में छह लोगों की मौत हो गई थी। विस्फोट भी इतना भीषण था कि आस पास के मकान धरासाई होकर मलवे में तब्दील हो गए थें। यह घटना आज भी जिला एटा के लोग भुला नही पाए थें। कि जिला प्रशासन मिरहची जैसी दूसरी घटना का इंतजार करने लगा।