यूपी (गोंडा) : तीन बहनों पर हुए तेजाबी हमले में आरोपी की मां ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, बोलीं- एनकाउंटर फर्जी

जिले के परसपुर थाना क्षेत्र के पसका गांव में तीन बहनों पर हुए तेजाबी हमले के बाद पुलिस एनकाउंटर में घायल हुए आरोपी की मां ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
आरोपी आशीष जायसवाल की मां ने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है। वह अपनी बहन के यहां गया था पुलिस वाले आए और उसे पकड़कर ले गए और फिर गोली मार दी। मामले में सीबीआई से जांच हो। मेरे बेटे को गांव वालों ने ही फंसा दिया है।
वहीं, गिरफ्तारी के विरोध में पसका बाजार बंद कर दिया गया है।
मंगलवार को पुलिस ने परिवार के अन्य लोगों को भी उठाया था। आरोपी आशीष की मां ने पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है। महिला ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए। कोई मुझे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवा दे। इस पर जिले के पुलिस अधीक्षक शैलेष कुमार पांडेय का कहना है कि हर आरोपी व उसका परिजन अपने आपको निर्दोष ही बताता है। पूरा एनकाउंटर सत्य घटना है।
आपको याद दिला दें कि सोमवार देर रात घर में सो रहीं तीन दलित बेटियों पर तेजाब फेंक दिया गया था। इससे तीनों गंभीर रूप से झुलस गईं। तीनों बेटियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बड़ी बेटी की हालत नाजुक बनी हुई है।
थाना परसपुर क्षेत्र के पसका गांव में रहने वाले दलित गुरई की बड़ी बेटी खुशबू (17), मंझली बेटी कोमल (7) व छोटी बेटी आंचल (5) सोमवार रात अपने घर की पहली मंजिल पर बने कमरे में सो रही थीं। तभी देर रात कुछ लोग छत पर चढ़ आए और खुशबू पर तेजाब फेंक दिया। जिससे वह झुलस गई।
तेजाब से झुलसी बेटियां शोर मचाते हुए नीचे भागीं। जब तक मामला पिता गुरई की समझ में आता बेटियां दौड़कर उनसे चिपक गईं और तेजाब की जलन से तड़पने लगीं। तेजाब की चपेट में आने से कोमल व आंचल भी गंभीर रूप से झुलस गईं थीं।
तीनों बेटियों को फौरन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि बड़ी बेटी खुशबू को ही लक्ष्य बनाकर तेजाब फेंका गया था, क्योंकि वह बुरी तरह से झुलसी है। जिला अस्पताल में तीनों का इलाज चल रहा है।