
– अमन की बात – फारूक अब्दुल्ला को अब चीन से धारा 370 पाने की उम्मीद जगी है! अनुभवी छिनाल औरत की तरह इन्हें समझ आ गया है कि इनका यार पाकिस्तान नपुंसक है, वह इन्हें परम संतुष्टि देना तो दूर चार बार घर्षण तक न कर सकेगा, इसलिए ठोकू बदलने की छटपटाहट है अरे ठरकी फारूक अब्दुल्ला आप फर्ज करो कि 62 में नेहरू की चीन पर मेहरबानी और ज्यादा हो गई होती और वह अक्साई चिन के साथ घाटी भी ले उड़ा होता तो आप भले लंदन में होते लेकिन यहां आपके कश्मीरी भाई उईगर मुसलमानों जैसी नारकीय जिंदगी जी रहे होते लगता है आपको खुले माहौल की नल्ली- निहारी, हजम नहीं हो रही बुढ़ापे में? या फिर वापस नजरबंदी के लिए फड़फड़ा रहे हो! काफिर दामाद की कुछ तो फिक्र करो , जिसने तुम्हें खुलवाने के लिए अपनी सरकार अस्थिर कर दी!