दलित बेटी को लावारिस की तरह फूंककर पुलिस ने किया सनातन धर्म को अपमानित

एटा। भारतीय किसान विकास मंच के प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय दलित पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य ने कहा कि
हाथरस गैंगरेप मामले में शुरू से लापरवाही कर रही उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बार फिर से मनमानी की। दलित बेटी का गुपचुप दाह संस्कार कर दिया गया। घर वाले और गांव वाले विरोध करते रहे, मां बिलखती रही लेकिन पुलिस का दिल नहीं पसीजा।
आखिर पुलिस प्रशासन क्या छिपाना चाह रहा है मामले में, इस तरह एक बेटी के शरीर को फूंकते हुए पुलिस ने घोर अपराध करते हुए सनातन धर्म को भी अपमानित किया है।
आर्य ने कहा कि आरोपियों के साथ ही लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को भी कड़ी सजा मिलनी चाहिए जिससे रिश्वतखोरी में मस्त रहने वाले पुलिसकर्मी इस तरह के मामले में सतर्कता बरतें।
आर्य ने आगे कहा कि हाथरस निर्भया कांड के बाद प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में गुस्सा है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलते देखना चाहते हैं लोग मांग कर रहे हैं कि आरोपियों को सार्वजनिक फांसी हो या हैदराबाद की तरह एनकाउंटर लेकिन सरकार का रुख देखकर नहीं लगता कि ऐसा कुछ होने वाला है आखिर विकास दुबे की तरह इन बलात्कारियों की भी गाड़ी पलटनी चाहिए नहीं तो योगी आदित्यनाथ की बात पर कोई एतबार नहीं करेगा खासकर दलित व पिछड़ा समाज।
साथ ही राजू आर्य ने कहा कि हाथरस घटना के चारों आरोपियों को सार्वजनिक फांसी पर चढ़ा देना चाहिए जिससे सरकार पर लोगों का भरोसा और मजबूत हो और पीड़ित परिवार से मिलने मुख्यमंत्री को आना चाहिए और खुद विश्वास दिलाना चाहिए कि उनको इंसाफ हरहाल में मिलेगा। रिपोर्ट – दैनिक स्वराज्य टाइम्स एटा