
बरेली। आज रविवार को किसान नेता डॉ. रवि नागर ने प्रेस वार्ता कर कहा कि बरेली-बदायूं सिंचाई परियोजना और 300 बेड सरकारी अस्पताल सहित जनहित की कई महत्वपूर्ण मांगों को लेकर किसान एकता संघ लगातार एक वर्ष से आंदोलनरत है।
उन्होंने बताया कि सिंचाई परियोजना के लिए किसान एकता संघ के पदाधिकारियों ने स्थानीय स्तर से लेकर मुरादाबाद एससी बाढ़ खंड तक धरना-प्रदर्शन किया। तत्कालीन जिलाधिकारी और वर्तमान अधिशासी अभियंता नीरज लांबा की विशेष रुचि से परियोजना धरातल पर दिख रही है, किंतु अपेक्षित प्रगति अभी भी नहीं हुई है।
सरकारी अस्पताल को लेकर संघ ने मार्च से आंदोलन शुरू किया था। 27 अप्रैल को रामगंगा से पैदल यात्रा कर कलेक्ट्रेट पर धरना देना तय हुआ, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर प्रशासन के अनुरोध पर यात्रा स्थगित कर प्रभारी मंत्री जे.पी.एस. राठौर को ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद 2 मई को मुख्यमंत्री ने 300 बेड अस्पताल को मेडिकल हब घोषित किया, मगर हाल ही में इसे ट्रिपल पी मॉडल पर चलाने की सूचना से किसान संगठन आक्रोशित है।
इसी प्रकार चौपला पुल पर गलत सड़क निर्माण को लेकर भी संगठन बार-बार ज्ञापन और विरोध प्रदर्शन कर चुका है, लेकिन स्थानीय प्रशासन अब तक उदासीन है। डॉ. नागर ने कहा कि किसानों की जायज मांगों की अनदेखी प्रशासन की हठधर्मिता को दर्शाती है। संगठन अब चरणबद्ध तरीके से आर-पार के आंदोलन की तैयारी कर रहा है।
प्रेस वार्ता में युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पंडित राजेश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी श्यामपाल सिंह, मंडल महासचिव डॉ. अंशु भारती, जिला उपाध्यक्ष सरदार गुरमीत सिंह, इसरार प्रधान, अनीश खां, शहादत हुसैन, रुखसार अहमद, गिरीश गोस्वामी, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष ममता मोर्य, जिला अध्यक्ष माधुरी दीक्षित सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी मौजूद रहे।