
बरेली। बरेली केंद्रीय कारागार (द्वितीय) में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जांच में तीन जेलकर्मी लापरवाही के दोषी पाए गए हैं। जानकारी के अनुसार मेरठ जनपद के थाना परतापुर क्षेत्र के ग्राम गंगोल निवासी 27 वर्षीय अंकित पुत्र अशोक पर हत्या के प्रयास, डकैती, एसिड अटैक समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज थे। वर्ष 2021 में अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। फरवरी 2025 में उसे मेरठ जेल से बरेली सेंट्रल जेल स्थानांतरित किया गया था। बीती रात अंकित ने बैरक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जांच में प्राथमिक सेंट्रल जेल में बंदी की आत्महत्या मामले में लापरवाही बरतने पर तीन जेलकर्मी जिम्मेदार पाए गए हैं। जांच रिपोर्ट में उप जेल अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि हेड जेल वार्डर राजेन्द्र सिंह, जेल वार्डर प्रवीण चौधरी और जेल वार्डर राजेश कुमार ने अपनी निर्धारित ड्यूटी के प्रति घोर लापरवाही बरती। इसके चलते इनके विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक विभागीय कार्रवाई की संस्तुति प्रस्तुत की गई है।