
आइए Chronology समझते हैं – कौन हैं चुनाव आयुक्त श्रीमान ज्ञानेश कुमार गुप्ता?
2018–2021 → गृह मंत्रालय में अमित शाह की देख-रेख में सचिव के रूप में कार्य किया, जहाँ उन्होंने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जैसे कि जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति (Article 370) ख़त्म करने की प्रक्रिया में अहम भागीदारी।
2022–2024 → सहकारिता मंत्रालय में सचिव रहे, जिसके मंत्री फिर वही अमित शाह थे—इससे उनके बीच गहरा प्रशासनिक तालमेल दिखता है।
2024–2025 → नए 2023 के कानून के तहत नियुक्ति समिति में प्रधान मंत्री, गृह मंत्री (अमित शाह) और विपक्षी नेता शामिल थे। इसी समिति ने CJI को हटाकर ज्ञानेश कुमार को मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया—जिस पर सुप्रीम कोर्ट में भी सवाल उठे।
अब सवाल उठता है ज्ञानेश कुमार किसकी सुनेंगे? उनका करियर अमित शाह के मंत्रालयों से जुड़ा रहा, और उनकी नियुक्ति गृह मंत्री के नेतृत्व वाले पैनल से हुई। कई विपक्षी नेता और पार्टियाँ इस प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठा चुकी हैं, अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या चुनाव आयोग स्वतंत्र रह पाएगा।
वाया सोशल मीडिया