
बीते 10 अगस्त को फतेहपुर में मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर मानकर पूजा करने के बाद हुए बवाल पर शासन को रिपोर्ट भेजी गई, एसपी फतेहपुर अनूप सिंह सहित अन्य अफसरों की लापरवाही का जिक्र
प्रयागराज कमिश्नर और आईजी रेंज प्रयागराज ने शासन को भेजी विस्तृत रिपोर्ट
शासन ने कमिश्नर प्रयागराज से मकबरा और मंदिर के विवाद में राजस्व दस्तावेजों के आधार पर मांगी थी रिपोर्ट
मकबरे की जमीन गाटा संख्या 753 के साथ-साथ आसपास पूरे इलाके के 8 विभिन्न गाटा का भी विवरण रिपोर्ट में दिया गया
जिस गाटा संख्या 753 में मकबरा दर्ज बताया गया उसके मालिकाना हक से लेकर राष्ट्रीय संपत्ति घोषित होने, उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में दर्ज होने का पूरा विवरण कमिश्नर प्रयागराज ने अपनी रिपोर्ट में दिया
रिपोर्ट में तत्कालीन सरकार व प्रशासन की चूक को भी उजागर किया गया
मालिकाना हक को लेकर दायर किए गए सिविल जज या हाई कोर्ट के किसी भी केस में सरकार को पार्टी नहीं बनाया गया।
ना ही सरकार ने किसी फैसले के खिलाफ कभी कोई अपील की है।
भीड़ को रोकने में नाकामी पर रिपोर्ट में लिखा गया
किसी पुलिस अफसर या कर्मचारी ने मकबरे की तरफ बढ़ रही भीड़ को रोकने का प्रयास नहीं किया
डाक बंगला चौराहे से लेकर मकबरे के सामने लगी बेरीकेटिंग तक कही नहीं रोकी गई भीड़,
सूत्रों के अनुसार शासन को भेजी रिपोर्ट में मौके पर एसपी अनूप सिंह भी नहीं थे मौजूद। भीड़ मकबरे में घुसी, बड़े अफसरों ने पूछी location तब sp Fatehpur अनूप सिंह मौके पर गए थे
प्रयागराज कमिश्नर और आईजी प्रयागराज अजय मिश्रा ने फतेहपुर में 6 दिन लगातार कैंप कर तैयार की विस्तृत रिपोर्ट
पुराने डॉक्यूमेंट, कोर्ट आदेश, sale deed के साथ दोनों अफसरो ने 80 पेज की जॉइंट रिपोर्ट शासन को भेजी ।