ट्रैफिक पुलिस ने वसूली के बनाये कई अड्डे..?
सुर्खियों में प्रभारी की कार्यप्रणाली,बदलते रहे प्रभारी लेकिन नही बदली व्यवस्था

सिंगरौली। जिले की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अब तक कई प्रभारी इधर से उधर हो चुके है लेकिन एक लंबे अर्से से बेपटरी चल रही व्यवस्था सुधरने का नाम नही ले रही है। चौकाने वाली बात यह है कि सफेद वर्दीधारी वसूली अभियान में मदमस्त है। जिले में नए ट्रैफिक प्रभारी ने कमान सम्भाली थी युवा थे इसलिए सबकी आशावादी निगाहें इनके ऊपर टिकी थी और विश्वास था कि व्यवस्था में परिवर्तन होगा लेकिन हुआ ठीक इसके विपरीत। जिससे एक बार पुनः आम जनता की उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दिनों ट्रैफिक पुलिस ने वसूली के अपने कई ठिकाने बना लिए है इन ठिकानो में गनियारी नो एंट्री,माजन मोड़ चौराहा,जयन्त बस स्टैंड के समीप सहित कई ऐसे अन्य ठिकाने है जहाँ ट्रक,ट्रैक्टरों, ट्रेलरों और संदिग्धों से नजराना लेने की परम्परा चल रही है।
बदहाल व्यवस्था का जिम्मेदार कौन…?
बदहाल व्यवस्था के लिए आये दिन सुर्खियों में बने रहने वाली यातायात पुलिस न जाने कब अपने कर्तव्य मार्ग पर वापस आएगी..? बात चाहे बेतरतीब खड़े वाहनों की हो अथवा ट्रैफिक जाम की हर जगह पुलिस नदारत रहती है। इस बदहाली का खामियाजा आम जनता और मुसाफिरों को झेलना पड़ता है। समझ नही आता इस तरह की व्यवस्था का जिम्मेवार किसे ठहराया जाए..? सबसे ध्यान देने वाली बात तो यह है कि माजन मोड़ पर ट्रैफिक थाना है जहा दर्जनों पुलिसकर्मीयो का जमावड़ा लगा रहता है लेकिन फिर भी आये दिन जाम जैसे स्थिति निर्मित होती है।
वास्तविकता से कोसो दूर प्रभारी…कही कारखासों ने तो नही किया गुमराह..?
जिले के हर व्यक्ति को पता है कि हर थाने चौकियों में प्रभारियों के 2-3 कारखास होते है.. जो पूरे सिस्टम को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष चलाते है। ऐसे ही कुछ कारखास इन दिनों यातायात थाने में भी सुर्खियों में है जो युवा-तेज तर्रार प्रभारी को जमीनी हकीकत से कोसो दूर रखने का प्रयास कर रहे है जिससे उनकी दुकान तो बखूबी चल रही है लेकिन थाना प्रभारी की किरकिरी हो रही है। नए थाना प्रभारी के सामने वैसे तो कई चुनौतियां है लेकिन यदि प्रमुख चुनौतियों की बात करें तो अवैध वसूली पर प्रतिबंध,रेत का अवैध परिवहन करने वालो पर नकेल,नो इंट्री में प्रवेश करने वालो पर कार्यवाही,काली मंदिर,तुलसी मार्ग सहित अन्य स्थानों पर बेतरतीब खड़े वाहनों पर कार्यवाही। अब देखना यह होगा की खबर के बाद प्रभारी की कार्यप्रणाली में सुधार आता है अथवा जैसे चल रहा है वैसे ही चलता रहेगा..?