बीजीपीएस ने स्वास्थ विभाग के दलाल एवं भ्रष्ट तंत्र के खात्मे के लिए अफसरों को चेताया
कार्यवाहक सी एम ओ को संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग

एटा 4 अगस्त 2025 भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ (ट्रस्ट) के जिला पदाधिकारियों के साथ प्रदेश के जनरल सेक्रेटरी अमोल श्रीवास्तव के नेतृत्व आज (सोमवार) को एटा स्वास्थ विभाग के कार्यवाहक सी एम ओ डॉ राम सिंह से मिल कर बीजीपीएस की तरफ से ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पिछले चार साल से चलते रहे दलाल तंत्र एवं नियम विरुद्ध क्रिया कलापों पर अंकुश लगाने की मांग की।
बीजीएस पदाधिकारियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि एटा के स्वास्थ विभाग में पिछले चार साल से दलाल तंत्र सक्रिय है झोला छाप अल्ट्रा साउंड केंद्रों के निरीक्षण आदि खाने कमाने का धंधा बनते रहे हैं कृपया हस्तक्षेप करके विभागीय गैर विभागीय दलाल तंत्र से मुक्त कराने विभाग को शीघ्र मुक्त कराया जाए।
ज्ञापन में कहा गया है जनपद भर में नर्सिंग होम अल्ट्रा साउंड सेंटरों का स्थलीय भौतिक सत्यापन करने और इसके जरूरी अहर्ता एमबीबीएस चिकित्सक/रेड्योजॉजिस्ट की उपलब्धता की जांच का अभियान चला कर कुकुरमुत्तों की तरह उगे कथित संस्थानों की असलियत परखने का अभियान चलाया जाए।
इस क्रम में मलेरिया विभाग को टारगेट करते हुए कहा गया है कि भ्रष्ट दागी कर्मचारी मलेरिया निरीक्षक लोकमन से सभी गैर मलेरिया के कार्य हटाए जाने तथा ग्रेड पे का पुनर्परीक्षण कराए जाने तथा दोषी होने पर रिकवरी कराने की मांग की जाए स्मरण रहे उक्त कर्मी बीस साल से इस जनपद में कार्यरत है। मलेरिया निरीक्षक का कार्य न कर पूर्व अधिकारियों की कृपा से डीएमओ लिपिक,पी ओ एल लिपिक,आईडीएसपी लिपिक,प्रोटोकॉल लिपिक,वाहन प्रभारी का कार्य भार संभाले हुए हैं। इसके अतिरिक ग्रेड पे अपने पद के अनुरूप न लेकर जायदा लिया जा रहा है जिस पर निदेशक मलेरिया के यहां से जांच लंबित है। उक्त संबंध में मलेरिया निरीक्षक से संबंधित बिंदुओं पर विस्तृत जांच कराई जाए। जो कि अभी पद मुक्त हुए अधिकारी द्वारा दबा दी गई है। इस संबंध में कतिपय साक्ष्य भी ज्ञापन के साथ उपलब्ध कराए गए हैं। इस क्रम ज्ञात हुआ है निदेशक मलेरिया के स्तर पर प्रचलित जांच में जरूरी साक्ष्य सेवा पुस्तका आदि उक्त कर्मी द्वारा नहीं दी जा रही है।
ज्ञापन में विभाग में बड़े पैमाने पर गैर लिपिकीय संविदा कर्मियों से लिपिकीय विभागीय कार्यों को कराया जा रहा है जिन पर रोक लगाने की और नियमानुसार लिपिकों से काम कराने की आवश्यकता है परंतु अधिकांश कार्य कॉन्टेक्ट वेस कर्मियों से कराए जा रहे है जो नियम विरुद्ध है।
उक्त ज्ञापन में उल्लिखित बिंदुओं को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी एटा एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सुधारात्मक/अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु आवश्यक कदम उठाने की पेशकश की है।
इस संबंध में बीजीपीएस पदाधिकारियों ने चेताते हुए कहा है यदि स्वास्थ विभाग की परिपाटी नहीं बदली गई तो संघ लोकतांत्रिक तौर तरीकों से विरोध के स्वर मुखर करेगा।
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में स्टेट जनरल सक्रेटरी अमोल चंद्र श्रीवास्तव, दिनेश चंद शर्मा जिला उपाध्यक्ष, मोहम्मद आसिफ, रियाज अब्बास, मुहिब अहमद, हर्षित आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।