एटा, सिविल लाइन चौकी के पास दो पक्षों में भीषण मारपीट,वीडियो वायरल, पुलिस की गैरमौजूदगी पर उठे सवाल।

एटा, उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के एटा आगरा रोड पर महिला थाने के सामने व शहर के सिविल लाइन चौकी क्षेत्र में बुधवार देर शाम उस समय हड़कंप मच गया जब दो युवाओं के गुटों के बीच जबरदस्त मारपीट हो गई। सड़क पर लात-घूंसे चलते रहे और दोनों पक्ष एक-दूसरे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटते नजर आए। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें 8 से 10 युवक आपस में मारपीट और गाली-गलौज करते साफ दिख रहे हैं।
हैरत की बात यह है कि यह घटना ठीक सिविल लाइन चौकी के पास तथा महिला थाने के सामने हुई, लेकिन पुलिस मौके पर समय पर नहीं पहुंच सकी। चौकी की महज कुछ मीटर दूरी पर हो रही यह हिंसक वारदात पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाही को उजागर करती है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सिविल लाइन पुलिस चौकी अक्सर ताले में बंद रहती है और चौकी प्रभारी महेन्द्र सिंह व स्टाफ की क्षेत्र में कोई सक्रियता नहीं दिखाई देती।
मारपीट के दौरान राहगीरों में भगदड़ मच गई और कई लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए दुकानों में छुपकर शरण ली। आसपास के दुकानदारों में दहशत का माहौल कायम है। उन्होंने कहा कि पुलिस की लापरवाही के कारण बदमाशों गुंडों अराजकतत्वों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई है। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर अमित कुमार का कहना है कि वीडियो के आधार पर शिनाख्त की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर कार्यवाही की जाएगी।
वीओ.लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर पुलिस को सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिलती है, तो स्थानीय चौकी की क्या उपयोगिता रह जाती है सिविल लाइन क्षेत्र में लगातार हो रहे घटनाक्रमों ने यह साफ कर दिया है कि चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह की निष्क्रियता से कानून व्यवस्था प्रभावित हो रही है। यदि यही स्थिति बनी रही तो असामाजिक तत्वों को खुली छूट मिलती रहेगी और आम नागरिकों की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगा रहेगा।
स्थानीय लोगों ने एसएसपी एटा से मांग की है कि सिविल लाइन चौकी की कार्यप्रणाली की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।वैभव वार्ष्णेय