
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति, वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति एवं जिला वेटलैंड समिति की बैठक संपन्न
गौतम बुद्ध नगर 21 जुलाई , 2025 जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में जिला पर्यावरण समिति, वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति एवं जिला वेटलैंड समिति की बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए जनपद में पर्यावरणीय संतुलन, जल-स्रोतों की सुरक्षा, वनों के संरक्षण और वेटलैंड के पुनर्जीवन को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये। आयोजित बैठक में प्रभागीय वन अधिकारी पी.के. श्रीवास्तव द्वारा वर्तमान तक की गई कार्यवाही से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण समिति की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में किए गए सभी वृक्षारोपण की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग की जाए ताकि निगरानी और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। साथ ही पूर्व में लगाए गए पौधों की निगरानी के लिए ट्रैकिंग सिस्टम विकसित किया जाए और उनके संरक्षण की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से तय की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वृक्षारोपण के लिए उपयुक्त सार्वजनिक स्थलों की पहचान की जाए और स्थानीय विद्यालयों, स्वंयसेवी संस्थाओं को इस अभियान से जोड़ा जाए। जिला पर्यावरण समिति से संबंधित विषयों पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद में प्रत्येक सप्ताह शुक्रवार को ‘ग्रीन सप्ताह’ के रूप में मनाया जाए, जिसके अंतर्गत विद्यालयों, पंचायतों, कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर वृक्षारोपण, पर्यावरण शिक्षा, कचरा प्रबंधन एवं जागरूकता अभियान चलाए जाएं। उन्होंने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग पर बल दिया। साथ ही जनपद में प्रत्येक माह “हरित चौपाल” का आयोजन करने को कहा गया, जिसमें ग्रामीणों को जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय संतुलन, प्लास्टिक अपशिष्ट नियंत्रण आदि विषयों पर जागरूक किया जाए और उनके सुझाव लिए जाएं। जिला गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि नदियों के किनारे वृक्षारोपण हेतु उपयुक्त स्थलों का चिन्हांकन शीघ्र किया जाए, ताकि जल स्रोतों का संरक्षण हो और हरित पट्टी का विस्तार हो सके। उन्होंने सहायक नदियों के किनारे फैले अतिक्रमण को हटाने तथा वहां जैव विविधता की बहाली हेतु योजनाबद्ध वृक्षारोपण और सौंदर्यीकरण पर बल दिया। उन्होंने नदियों में अपशिष्ट गिरने की रोकथाम के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए। वेटलैंड समिति से संबंधित चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद के सभी विकासखंडों एवं नगरीय निकायों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के तालाबों की सौंदर्यकरण प्रगति रिपोर्ट समयबद्ध रूप से प्रस्तुत की जाए। उन्होंने इन स्थलों को पर्यावरणीय शिक्षा, जैव विविधता अध्ययन तथा ग्रामीण पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित करने की आवश्यकता जताई। जिलाधिकारी ने तालाबों की घेराबंदी, सफाई, प्रकाश व्यवस्था जैसी सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान देने को कहा। वर्षा ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी ने जलभराव, सड़कों के गड्ढे, संचारी रोगों की रोकथाम हेतु विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने नालों की नियमित सफाई एवं उसकी सतत निगरानी कराने की बात कही और स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित सभी मानकों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करने को कहा गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विद्यानाथ शुक्ल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मंगलेश दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह, जिला विकास अधिकारी शिव प्रताप परमेश, भूगर्भ जल संरक्षण अधिकारी अंकित राय सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।