वाह रे उत्तर प्रदेश ऊर्जा विभाग

लखनऊ —- *उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के महाज्ञानी अनुभवहीन भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों द्वारा रोज रोज होती विडियो कांफ्रेंसिंग के कारण पूरे वितरण निगमो में *उपभोक्ताओं का कार्य लम्बे समय से प्रभावित हो रहा था*
परन्तु इससे बड़का बाबूओ के ऊपर कोई फर्क नहीं पडता क्योंकि यह उनका साप्ताहिक मनोरंजन है जैसे हर सप्ताह राशि फल निकलता है उसी तरह बड़का बाबू का भी साप्ताहिक मनोरंजन कार्यक्रम के बाद राशिफल निकलता है जिसमें कभी मुख्य अभियंता कभी अधीक्षण अभियंता कभी अधिशासी अभियंता और नहीं तो संविदा कर्मियों के ऊपर ही गाज गिर जाती है लोगों का काम होना ही बंद हो गया था जनता की शिकायत कौन सुने जब अधिशासी अभियंता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ही रहेंगे तो जनता की समस्या सुनेगा कौन मंगलवार को अध्यक्ष पावर कॉरपोरेशन फिर बुधवार को प्रबंध निदेशक वितरण निगम फिर निदेशक वितरण निगम फिर उसके अगले दिन मुख्य अभियंता वितरण उसके अगले दिन अधीक्षण अभियंता वितरण और उसके बाद फिर सब जुट जाते थे बड़का बाबू के दिए गए निर्देशों के अनुसार कार्य करने में क्योंकि फिर मंगलवार को मनोरंजन की पाठशाला लगेगी और उसमें सब का राशिफल निकलेगा तो इस बार का जो आयोजन हो रहा है यह तीन दिन का वह यह देखने के लिए शायद हो रहा है कि अभियंता जनता का काम करना भूल तो नहीं गए है क्योंकि अधिशासी अभियंता पद का मूल उद्देश्य तो उपभोक्ता की सेवा है फिर यह विशेष कैंप लगाने की क्या आवश्यकता आन पड़ी क्या कुछ दिनों के लिए अभियंताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इसी बहाने राहत मिलेगी या इसमें भी बड़का बाबू आकर अपनी टांग फसाएंगे या फिर माननीय मंत्री का सार्वजनिक रूप से पिट रही भद्द को बचाने के लिए फिर से एक शगूफा छोड़ा गया है। खैर युद्ध अभी शेष है
अविजित आनन्द संपादक और चन्द्र शेखर सिंह प्रबंध संपादक समय का उपभोक्ता राष्ट्रीय हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र लखनऊ