
प्रयागराज में गंगा और यमुना ने इस वर्ष भी बड़े हनुमान जी का अभिषेक किया है, बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह में गंगा और यमुना नदियों का जल पहुंच
दोपहर बाद गर्भ गृह में गंगा और यमुना नदियों का जल प्रवेश कर गया
मां गंगा और यमुना हर साल बड़े हनुमान जी को अभिषेक कराने आती हैं।
Note
हमारा एक सवाल है कि उत्तराखंड में 2013 में आई त्रासदी यह मान ली जाये कि माँ गंगा सभी का उद्धार करने आई थी और आज कल जितने भी पुल धराशाई हों रहें है व देश में गंगा या नदियों में मनुष्यों की बली लें रही हैयह मान ही लिया जाये कि यह मात्र अध्यात्मिक है…. कोई मौत है ही नहीं!!और पुल के निर्माण में इंजिनियर का कोई दौष नहीं है।……. यही बाढ़ है जो सिर्फ मात्र हनुमान जी के लिए आती है और दूसरे किनारे पर गंगा जी झोपडी को बहा लें जाती है….. कैसी सोच को लेकर जिय जा रहें हों और बेबकूफी की भी हद है……. Ps…
खैर हमको क्या गंगा जी आई तो दूध पिला दिया जाये क्योंकि शायद जल्दी में भूखी हों…. माँ इनका दौष नहीं है… कुछ बच्चे तेरी कोख से ऐसे भी पैदा होते है….