
एटा। गुरुवार को निधौली कला क्षेत्र के गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरुग्राम में एक विशेष आयोजन हुआ, जिसमें प्रसिद्ध धर्मगुरु माखनलाल शास्त्री ने कासिमपुर में सनातनी धर्म की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और गुरुजी के वचनों से लाभ उठाया।
कार्यक्रम के दौरान, माखनलाल शास्त्री जी को सम्मानित करने के लिए एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान, उन्हें पारंपरिक पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया, जो उनके ज्ञान और अध्यात्मिकता का प्रतीक है।
माखनलाल शास्त्री ने अपने प्रवचन में सनातनी धर्म के मूल सिद्धांतों और इसके महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सनातनी धर्म हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने और आत्म-साक्षात्कार की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
इस आयोजन के माध्यम से गुरुजी ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लोगों को धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। श्रद्धालुओं ने गुरुजी के वचनों को बहुत ही उत्साह और श्रद्धा के साथ सुना और उनके जीवन में उतारने का संकल्प लिया।
यह आयोजन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव रहा, जिसमें सभी लोगों ने गुरुजी के साथ मिलकर सनातनी धर्म की महत्ता को समझा और इसके पालन का संकल्प लिया। गुरुजी का आशीर्वाद और मार्गदर्शन सभी श्रद्धालुओं के लिए एक अमूल्य उपहार रहा।