पत्रकारों का हल्ला बोल!

एटा,झूठे मुकदमे की साजिश के खिलाफ पत्रकार एकजुट — न्याय और सम्मान की लड़ाई अब तेज़।
करन प्रताप पर दर्ज किए गए झूठे मुकदमे को लेकर एटा के पत्रकारों में जबरदस्त आक्रोश है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन एटा के नेतृत्व में समस्त पत्रकार संगठनों ने एकजुट होकर प्रशासन के अड़ियल रवैये के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
“अब नहीं होगा पत्रकारों पर अत्याचार सहन!” — ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता का दो-टूक ऐलान।
पत्रकारों ने डीजीपी श्री राजीव कृष्ण से मिलने की तैयारी शुरू कर दी है और स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर पत्रकारों को दबाने की कोशिश की गई, तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
आज का यह आंदोलन सिर्फ एक पत्रकार के लिए नहीं, हर उस कलम के सिपाही की गरिमा और सुरक्षा के लिए है, जो सच बोलने और जनता की आवाज़ बनने का साहस रखता है।
पत्रकारिता को दबाने की हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
सच की लड़ाई में कोई पीछे नहीं हटेगा।
पत्रकार एक थे, एक हैं और एक रहेंगे।